न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून अपने भीषण रूप में नजर आ रहा हैं. एक ओर जहां उत्तराखंड के 6 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया हैं. वहीं हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश ने जन-जीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया हैं.
भारतीय मौसम विज्ञान के देहरादून स्थित केंद्र ने रविवार को उत्तराखंड के देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत और उधमसिंह नगर जिलों के लिए 20 से 21 जुलाई को ऑरेंज अलर्ट जारी किया हैं. इसके साथ ही 22 जुलाई को देहरादून और उत्तरकाशी में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई हैं. देहरादून जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सोमवार को कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद रखने का आदेश जारी किया हैं. दूसरी ओर, हिमाचल प्रदेश में हालात और भी गंभीर बने हुए हैं. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 142 सड़कें भूस्खलन और बाढ़ की वजह से ब्लॉक हो चुकी हैं, वहीं 40 से ज्यादा जलापूर्ति योजनाएं बाधित हैं.
कुल 26 बिजली वितरण ट्रांसफार्मर (DTR) भी ठप हो गए हैं, जिससे मंडी, कुल्लू और भावनगर जैसे इलाकों में अंधेरा छा गया हैं. मंडी जिले में 91 और कुल्लू में 33 सड़कें बंद हैं, जिससे आम लोगों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं. अब तक राज्य में वर्षा जनित घटनाओं में 132 मौतें हो चुकी हैं, जबकि सड़क हादसों में 34 लोगों की जान जा चुकी हैं. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है और जिला प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ हैं. कुल्लू, मंडी और सिरमौर जैसे जिलों में विशेष निगरानी रखी जा रही हैं.
ऊना जिले के बडसाला में पुल टूटने से 3 जुलाई से आवागमन पूरी तरह से बाधित है और ट्रैफिक को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया जा रहा हैं. राज्य सरकारों ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और प्रशासन द्वारा जारी की जा रही एडवाइजरी का पालन करें. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिन और भी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं.