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रांची/डेस्क: पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर के अमेरिका दौरे के दौरान दिए गए बयानों को भारत ने “गैर-जिम्मेदाराना” और “परमाणु शोर-शराबा” बताते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी है. बता दें कि USA में आयोजित एक कार्यक्रम में पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर ने चेतावनी देते हुए कहा था कि सिंधु नदी भारत की निजी संपत्ति नहीं है और पाकिस्तान कभी भी भारत को सिंधु नदी का पानी रोकने नहीं देगा. उन्होंने कहा था कि यदि भारत कोई बांध बनाता है तो पाकिस्तान उसे नष्ट कर देगा.
पाकिस्तानी सेना और आतंकवादी समूहों की मिलीभगत: भारत
असीम मुनीर के इस बयान पर भारत के विदेश मंत्रालय ने जवाब देते हुए कहा कि ये पाकिस्तान के परमाणु नियंत्रण तंत्र पर पहले से मौजूद अंतरराष्ट्रीय संदेह को और गहरा करने वाली बयानबाजी है. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि ऐसे बयान पाकिस्तान दे रहा है जब उसकी सेना आतंकवादी समूहों से मिली हुई है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि परमाणु धमकी के आगे भारत कभी झुकने वाला नहीं है. साथ ही किसी मित्र देश में पाकिस्तान के सेना प्रमुख का ऐसा बयान देना खेदजनक है.
असीम मुनीर का पिछले दो महीने में दूसरा अमेरिकी दौरा
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर का पिछले दो महीने में ये दूसरा अमेरिकी दौरा था. उनके जून में हुए दौरे के दौरान वॉशिंगटन में पाकिस्तानी प्रवासियों और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थकों ने असीम मुनीर का बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था. प्रदर्शनकारियों ने असीम मुनीर को मानवाधिकार उल्लंघन का दोषी बताते हुए खूब नारेबाजी की थी. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था.
विशेषज्ञों का मानना है कि विदेश नीति में मुनीर की आक्रामक रणनीति, पाकिस्तान की सेना के न्यायपालिका, राजनीति और अर्थव्यवस्था पर बढ़ते प्रभाव को दर्शाती है. उनके कार्यकाल के दौरान बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में विद्रोही हमलों में पाकिस्तानी सैनिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. यह पहली बार नहीं है जब भारत ने मुनीर के बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी हो. इसी साल अप्रैल में भारत ने उनके उस बयान को खारिज कर दिया था जिसमें उन्होंने कश्मीर को पाकिस्तान की “शिरा” बताया था. भारत ने दोहराया कि कश्मीर उसका अभिन्न केंद्रशासित प्रदेश है.