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रांची/डेस्क: भारत की पहली बुलेट ट्रेन को लेकर लोगों के दिलों में उत्सुकता चरम पर हैं. सालों से जिस हाई-स्पीड रेल का इंतजार हो रहा था, वह अब जल्द ही हकीकत बनने जा रही हैं. इस ट्रेन की रफ्तार, सफर का अनुभव और समय की बचत सबकुछ इतना खास होगा कि यह देश के ट्रैवल सिस्टम को पूरी तरह से बदलकर रख देगा.
मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलने वाली यह बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी. हालांकि अभी तक इसके ट्रायल में यह 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही है लेकिन जैसे ही यह पूरी क्षमता के साथ दौड़ना शुरू करेगी, दो बड़े शहरों के बीच का फासला सिर्फ कुछ घंटों में तय हो जाएगा.
क्या है इस ट्रेन का रूट?
508 किलोमीटर लंबे इस रूट पर कुल 12 स्टेशन होंगे. गुजरात में यह साबरमती, अहमदाबाद, आणंद, वडोदरा, भरूच, सूरत, बिलिमोरा और वापी में रुकेगी, जबकि महाराष्ट्र में बोईसर, विरार, ठाणे और मुंबई में इसका स्टॉपेज होगा. इस हाई-स्पीड सफर की कीमत क्या होगी, यह सवाल सबसे ज्यादा पूछा जा रहा हैं. फिलहाल किराया फाइनल नहीं है, लेकिन अनुमान है कि एक यात्री को मुंबई से अहमदाबाद के लिए 2500 से 3000 रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं. हालांकि रेलवे की ओर से यह भी कहा गया है कि आम यात्रियों को कुछ छूट भी मिल सकती हैं.
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में कहा है कि स्टेशन और ट्रैक का निर्माण तेजी से चल रहा है और उम्मीद की जा रही है कि यह सेवा 2026 तक शुरू हो सकती हैं. जैसे ही यह ट्रेन शुरू होगी, यह जापान की शिंकानसेन, चीन की सीआरएच और फ्रांस की TGV जैसी हाई-स्पीड ट्रेनों की कतार में शामिल हो जाएगी. बुलेट ट्रेन के आने से टूरिज्म और लोकल ट्रैवल को भी जबरदस्त फायदा मिलने वाला हैं. कुछ ही घंटों में दो शहरों को जोड़ने की क्षमता इसे न सिर्फ एक ट्रैवलिंग वंडर बनाएगी, बल्कि यह घरेलू और विदेशी पर्यटकों के लिए भी एक नया आकर्षण बन सकती हैं. इसके अलावा, कम समय में ट्रैवल, कम प्रदूषण और अधिक रोजगार जैसे कई आर्थिक और सामाजिक फायदे भी इस प्रोजेक्ट से जुड़े हैं.
अगर सब कुछ योजना के मुताबिक चला, तो 2026 भारत में एक नई रफ्तार लेकर आएगा, वह रफ्तार जो न सिर्फ ट्रेनों की, बल्कि देश की प्रगति की कहानी भी होगी.