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पटना/डेस्क: बिहार की राजधानी पटना में एक बार फिर शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया. एसटीईटी (STET) परीक्षा आयोजित करने की मांग को लेकर जुटे अभ्यर्थियों पर पटना कॉलेज से डाकबंगला चौराहा की ओर बढ़ते समय पुलिस ने जेपी गोलंबर के पास रोककर बल प्रयोग किया. इस कार्रवाई में कई छात्र-छात्राएं घायल हो गए. लाठीचार्ज के दौरान महिला प्रदर्शनकारियों को भी नहीं बख्शा गया.
TRE-4 से पहले STET आयोजन की मांग
प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि शिक्षक भर्ती परीक्षा टीआरई-4 (TRE-4) से पहले एसटीईटी (STET) आयोजित की जाए, ताकि वे भी भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो सकें. छात्रों का कहना है कि जो अभ्यर्थी अब तक टीईटी परीक्षा पास नहीं कर पाए हैं, वे टीआरई-4 और टीआरई-5 से वंचित रह जाएंगे. बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में टीआरई-4 और टीआरई-5 की घोषणा की है, जिसमें डोमिसाइल नीति लागू करने का आश्वासन दिया गया है. यह अवसर शिक्षक भर्ती की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए अहम माना जा रहा है.
राज्यभर से पहुंचे अभ्यर्थी
राज्यभर से आए अभ्यर्थियों ने पटना कॉलेज से जुलूस निकालकर डाकबंगला चौराहा की ओर कूच किया, लेकिन रास्ते में जेपी गोलंबर पर पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक दिया. जब कुछ प्रदर्शनकारी आगे बढ़ने लगे तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें तितर-बितर कर दिया. इससे मौके पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई और कई लोग घायल हुए.
पुलिस ने किया बल प्रयोग
मौके पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हो रहा था. प्रदर्शनकारियों को कई बार समझाने की कोशिश की गई और प्रतिनिधिमंडल के रूप में मिलने का प्रस्ताव भी दिया गया, लेकिन वे नहीं माने. साथ ही, वे प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रदर्शन करना चाहते थे, जिसे अनुमति नहीं दी जा सकती थी. ऐसे में मजबूरी में हल्का बल प्रयोग किया गया.