संतोष श्रीवास्तव/न्यूज 11 भारत
मेदिनीनगर/डेस्क: मेदिनीनगर. पालामू मंडलीय मुख्यालय में शहरी यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाने और जाम की समस्या से निजात दिलाने के उद्देश्य से मंगलवार को डीआईजी नौशाद आलम की अध्यक्षता में डीआईजी कार्यालय में उच्च स्तरीय बैठक आयोजित हुई. बैठक में ट्रैफिक प्रभारी, जिला परिवहन पदाधिकारी और नगर निगम के अधिकारी मौजूद रहे.
बैठक की शुरुआत में डीआईजी ने अधिकारियों से शहरी क्षेत्र में लगातार बढ़ रही जाम की समस्या के कारणों पर चर्चा की और पूछा कि इस स्थिति से आम नागरिकों को कैसे राहत दी जा सकती है. उन्होंने कहा कि यातायात जाम केवल लोगों की दिनचर्या को प्रभावित नहीं करता, बल्कि आपातकालीन सेवाओं और सुरक्षा व्यवस्था में भी बाधा उत्पन्न करता है.
अधिकारियों और प्रतिभागियों ने अपने-अपने सुझाव रखे. विचार-विमर्श के बाद कई ठोस बिंदुओं पर सहमति बनी, जिन पर आगे कार्ययोजना तैयार कर लागू किया जाएगा. डीआईजी ने बताया कि इन सुझावों को पलामू उपायुक्त के पास औपचारिक पत्र के माध्यम से भेजा जाएगा, ताकि आवश्यक कार्रवाई शीघ्र की जा सके.
बैठक में सहमति बनी कि शहर में संचालित सभी टेंपो चालकों के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य किया जाएगा, जिससे पहचान आसान हो और अनुशासन बना रहे. इसके अलावा प्रत्येक टेंपो को एक यूनिक स्कैनर कोड (बारकोड) और विशेष पहचान चिह्न दिया जाएगा. यह बारकोड टेंपो पर स्पष्ट रूप से प्रदर्शित होगा, जिससे किसी भी शिकायत, सुरक्षा जांच या ट्रैकिंग में सुविधा हो.
साथ ही, नगर निगम द्वारा रूटवार कलर कोड प्रणाली लागू की जाएगी. एक ही रूट पर चलने वाले टेंपो एक ही रंग से चिन्हित होंगे, जबकि अन्य रूट के टेंपो अलग रंग में होंगे. इस कदम से यातायात में अनुशासन और व्यवस्था लाने में मदद मिलेगी.
डीआईजी नौशाद आलम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस योजना को लागू करते समय आम नागरिकों की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए. उन्होंने कहा कि यातायात व्यवस्था में सुधार केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि इसमें नागरिकों का सहयोग भी जरूरी है.