प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: पदमा प्रशिक्षण केंद्र में उत्पाद विभाग की बहाली में शुक्रवार को दौड़ के दौरान एक युवक चक्कर खा के गिर गया था. आनन् फानन में युवक को शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया था. जहा चिकित्सकों की टीम ने उसको मृत घोषित कर दिया था. मृत्यु का कारण हार्ट अटैक होने की बात कही गयी है. मृतक की पहचान सूरज वर्मा ग्राम पोस्ट माणिकाबाद प्रखंड देवरी जिला गिरिडीह बताया जा रहा है.मृतक के परिजन सदर अस्पताल पहुंचे और प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी जाहिर की. परिजनों ने बताया कि मृतक सूरज वर्मा बहुत ही होनहार युवक था. उसने जेपीएससी की पीटी निकाल रखी थी. अन्य प्रतियोगिता परीक्षा भी निकाल रखा था. वह गुरूवार को हज़ारीबाग़ उत्पाद विभाग की बहाली में सिपाही दौड़ के लिए आया हुआ था. वह फिजिकली फिट था. उसे किसी तरह की कोई बिमारी नहीं थी. बताया जा रहा है कि दौड़ के दौरान उसे चक्कर आया और उसकी स्थिति नाजुक हो गयी. हॉस्पिटल ले जाने के क्रम में उसकी मौत हो गयी. परिजनों ने कहा कि कहा कि प्रशासन की लापरवाही से इसकी मौत हो गयी. पदमा में इतना बड़ा दौड़ का आयोजन हो रहा है लेकिन ना वहा एम्बुलेंस की कोई सुविधा है और न मेडिकल की कोई सुविधा. अगर वहा मेडिकल की सुविधा होती तो सूरज की जान बच सकती थी. प्रशासन इसकी जवाबदेही तय करे और हमलोगो को मुआबजा दे. इधर इस मामले पर भाजपा नेता प्रदीप प्रसाद ने कहा की उत्पाद विभाग के कमांडेंट को सरकार बर्खास्त करे.
दौड़ में गरीब युवाओ की जान जा रही है. एक होनहार बिरवान किसी के घर का चिराग चिराग बुझ गया. बिना मेडिकल सुविधा के इतने बाद दौड़ का आयोजन हो क्यों किया गया. अगर झारखण्ड सरकार इस मामले पर कुछ नहीं करती है तो झारखण्ड हाई कोर्ट को स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि किसी के घर की उम्मीद यूं ही नहीं ख़त्म हो जाए.
ज्ञात हो की 22 अगस्त को भी दौड़ के दौरान बलसागरा, मांडू निवासी महेश कुमार महतो की भी मौत दौड़ के दौरान हो गयी थी . उसके परिजनों ने भी जिला प्रशासन व उत्पाद विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे. कहा था कि प्रशासन की लापरवाही से महेश की मौत हो गयी थी. कहा था की अगर दौड़ वाली जगह पर डॉक्टर और मेडिकल टीम की व्यवस्था होती तो महेश की जान बच सकती थी.