राजन पाण्डेय/न्यूज़11 भारत
गुमला/डेस्क: चैनपुर मुख्यालय के सरस्वती शिशु मंदिर में सोमवार को गुरु पूर्णिमा का उत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया गया और गुरू वंदन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई. मौके पर स्कूल के प्रधानाचार्य बाबूलाल कुमार ने अपना विचार प्रकट करते हुए कहा कि विद्यार्थियों के जीवन में गुरु का उंचा स्थान है. गुरु की सेवा करने से हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है. गुरु ही हमें आगे का रास्ता दिखाते हैं. वह शख्स जो नाकारात्मक दिशा से साकारात्मक दिशा की ओर ले जाए, वही गुरु है.
वहीं मौके पर स्कूल संचालक समिति के सचिव भूषण सिंह ने बताया कि गुरु पूर्णिमा आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि को महर्षि व्यास देव जी के जन्म दिवस के अवसर पर मनाया जाता है. उन्हें ही हम प्रथम गुरु के रूप में पूजा अर्चना करते हैं. उन्होंने वेदों के रचना के साथ ही महाभारत जिसे पंचम वेद भी कहा जाता है. उस महाकाव्य की रचना कर विश्व में नए ज्ञान की ज्योति जगाई.
इस मौके पर मुख्य रूप से विधालय के प्रधानाचार्य बाबूलाल कुमार संदीप भगत काव्या कुमारी उनीता देवी, संगीता दीदी, शांति दीदी, अलका दीदी, रेखा दीदी, पाजरेन दीदी, वासुकी दीदी, दुर्गावती दीदी, तेजस्वरी दीदी सहित कई लोग मौजूद थे.