संदीप बरनवाल/न्यूज़11भारत
गावां/डेस्क: गावां प्रखंड अंतर्गत सुदूर क्षेत्रों में शिक्षा विभाग की उदासीनता के कारण सरकारी विद्यालय में व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. गुरुवार को प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय भतगढ़वा में विद्यालय की कुव्यवस्था के खिलाफ ग्रामीणों ने बैठक कर विरोध जताया है. ग्रामीणों और विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों का आरोप है कि विद्यालय में पिछले 6-7 माह से बच्चों को अतिरिक्त पोषाहार के रूप में मिलने वाला अंडा और फल नहीं दिया जा रहा है. सिर्फ मध्याह्न भोजन खिलाकर बच्चों को घर भेज दिया जाता है.
विद्यालय में 153 बच्चे नामांकित हैं, लेकिन उपस्थिति महज 31 थी. कहा कि उपस्थिति हमेशा कम रहती है. कुछ शिक्षक विद्यालय से अक्सर नदारत रहते हैं. विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक में किसी को सूचित नहीं किया जाता है. बस अध्यक्ष और सचिव खुद बैठकर मनमानी तरीके से निर्णय ले लेते हैं. ग्रामीणों ने कहा कि इस बार विकास फंड में 50 हजार रुपये आया, जिसका रंग-पेंट कर लिपापोती कर दिया गया. विद्यालय में 4 शिक्षक होने के बावजूद सभी बच्चों को दो कमरे में बैठाकर कक्षा का संचालन किया जाता है. आरोप लगाया कि मध्यान भोजन भी मेनू के अनुसार बच्चों को नहीं दिया जाता है. इन चीजों पर भी सचिव और अध्यक्ष के मिलीभगत से कटौती कर ली जाती है. बता दें कि गुरुवार को विद्यालय में मात्र 31 का बच्चे उपस्थित थे. 4 में 1 शिक्षक भी अनुपस्थित थे. मेनू के अनुसार बच्चों को सिर्फ चावल और सब्जी दिया गया. ग्रामीणों का कहना था कि विद्यालय में सरकारी राशि का गबन हो रहा है.
गबन का आरोप गलत है : प्रधानाध्यापक
इस संबंध में प्रधानाध्यापक रविन्द्र कुमार ने कहा कि विद्यालय में मध्यान्ह भोजन की राशि नहीं मिलने पर अतिरिक्त पोषाहार का पैसा इसमें लगा दिया गया. इस कारण कुछ माह अंडा और फल का वितरण बच्चों के बीच नहीं किया जा सका है. कहा कि प्रबंधन समिति की बैठक में सूचना देने के बावजूद ग्रामीण नहीं पहुंचते हैं. ऐसे में कुछ लोगों के बीच ही बैठक कर विकास फंड का पैसा खर्च हेतु निर्णय लिया जाता है.
जांच कर होगी कार्रवाई : बीपीओ
बीपीओ गंगाधर पांडेय ने बताया कि उमवि भतगढ़वा में यदि अतिरिक्त पोषाहार नही दिया जा रहे है तो गंभीर यह मामला है. जांचोपरांत कार्रवाई की जाएगी. आखिर किस परिस्थिति में बच्चों को अतिरिक्त पोषाहार नही दिया जा रहा है. वहीं एक शिक्षक के गायब होने की बात पर उन्होंने कहा कि जो शिक्षक बिना किसी कारण वश विद्यालय से गायब थे. तो उनपर कार्रवाई की जाएगी.
मौके पर रामसहाय यादव, दिनेश यादव, सहदेव यादव, प्रयाग यादव, प्रसादी यादव, महेश राणा, राजू यादव, रामदेव यादव, रामचंद्र यादव आदि उपस्थित थे.
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