प्रशांत/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: हजारीबाग की राजनीति से लगभग दूर हो चुके पूर्व सांसद सह पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा अब स्वास्थ्य के क्षेत्र में हजारीबाग में अपनी नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं. यह खुलासा मंगलवार को खुद जयंत सिन्हा ने किया. आज ही उन्होंने डेमोटांड़ में अपने नए प्रोजेक्ट सिन्हा हेल्थ इंस्टीट्यूट का भूमि पूजन किया. उन्होंने कहा कि अब वे स्वास्थ्य सेवा के माध्यम से हजारीबाग की जनता उपलब्ध रहेंगे. हजारीबाग की राजनीति से उन्होंने क्यों दूरी बना ली जैसे सवाल के जबाव से कन्नी काटते हुए जयंत सिंहा ने कहा कि सेवा उनका लक्ष्य है और वे किसी न किसी माध्यम से हजारीबाग की जनता की सेवा करते रहेंगे.
सिन्हा हेल्थ इंस्टीट्यूट की जानकारी देते हुए जयंत सिन्हा ने कहा कि इनका यह ड्रीम प्रोजेक्ट 6 से 7 महीने में कंप्लीट हो जाएगा और यहां उन्नत और आधुनिक मेडिकल उपकरण स्थापित कर दिए जाएंगे. हजारीबाग और आसपास के जिलों के लिए बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना उनका सपना है ताकि बेहतर इलाज के लिए हजारीबाग सहित आसपास के जिलों के लोगों को रांची या झारखंड से बाहर नहीं जाना पड़े. डेमोटांड़ में स्थापित किए जाने वाले इस इंस्टीट्यूट में लोगो को एम आर आई, पैथोलॉजी, लैब, एक्स रे , सिटी स्कैन, ओपीडी, मेडिकल शॉप जैसी सुविधा उपलब्ध होगी.
हजारीबाग में अक्षय पात्र योजना की धीमी गति पर चिंता जताई
पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने अपने राजनीति कैरियर के दौरान हजारीबाग में शुरू किए गए अक्षय पात्र योजना की धीमी गति पर चिंता जाहिर किया. कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासन इस दिशा में संवेदनशील नहीं हैं . उन्होंने गुजारिश की कि इस प्रोजेक्ट पर जनप्रतिनिधि और प्रशासन संवेदनशीलता दिखाए और प्रोजेक्ट को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करे. जिससे स्कूलों के बच्चों को पोषण युक्त भोजन मिल सके.
सौर ऊर्जा का इस्तेमाल जरूरी
पूर्व सांसद ने हजारीबाग में बढ़ती प्रदूषण की समस्या पर कहा कि इस पर रोकथाम के लिए लोगों को सौर ऊर्जा का इस्तेमाल अपनी निजी जिंदगी में भी करना होगा. तब ही हम बढ़ते प्रदूषण की समस्या से निजात पा सकते हैं.