अमित दत्ता/न्यूज़11 भारत
खूंटी/डेस्क: राहे प्रखंड के जंगलों में घायल हुई एक हथिनी का इलाज वन विभाग के लिए बड़ी चुनौती बन गया है. हथिनी के पैर में गंभीर चोट है, लेकिन वह अपने दो बच्चों के साथ लगातार जंगल में घूम रही है, जिससे उसे ट्रेंक्यूलाइज कर उपचार करना संभव नहीं हो पा रहा है.
वन विभाग ने हथिनी को ट्रेंक्यूलाइज करने की कई कोशिशें कीं, परंतु अब तक सफलता नहीं मिल सकी है. घायल होने के बावजूद हथिनी सतर्क बनी हुई है और अपने बच्चों को लेकर किसी भी तरह के खतरे से दूर रहने की कोशिश कर रही है. यही वजह है कि चिकित्सकीय सहायता देना मुश्किल हो गया है.
वन विभाग ने बताया कि दो दिन पहले आगरा से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम पहुंची है, जो इलाज की व्यवस्था में जुटी हुई है. लगातार निगरानी रखी जा रही है और वनकर्मी जंगल में हथिनी की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. वन अधिकारियों ने कहा कि जानवरों के प्रति संवेदनशीलता के साथ हर कदम उठाया जा रहा है, लेकिन जब तक हथिनी को सुरक्षित तरीके से ट्रेंक्यूलाइज नहीं किया जाता, तब तक प्रभावी इलाज शुरू नहीं हो सकता है.