संतोष कुमार/न्यूज़11
सरायकेला/डेस्क: नगर भवन, सरायकेला में पंचायत उन्नति सूचकांक (पंचायत एडवांसमेंट इंडेक्स - PAI) पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन, जिला पंचायती राज कार्यालय के तत्वावधान में टाउन हॉल सभागार, सरायकेला में सम्पन्न हुआ. कार्यशाला का उद्देश्य ग्राम पंचायतों में प्रदर्शन-आधारित शासन को बढ़ावा देना था.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला परिषद अध्यक्ष श्री सोनाराम बोदरा ने कहा कि पंचायत उन्नति सूचकांक एक परिवर्तनकारी उपकरण है, जिसे देशभर की 2.5 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों की प्रगति मापने हेतु विकसित किया गया है. यह सूचकांक स्थानीयकृत सतत विकास लक्ष्यों के अंतर्गत गरीबी उन्मूलन, आजीविका संवर्धन, स्वास्थ्य, बाल कल्याण, जल उपलब्धता, स्वच्छता एवं हरित पहल, आत्मनिर्भर बुनियादी ढाँचा, सामाजिक न्याय एवं सुरक्षा, सुशासन के प्रभावी क्रियान्वयन पर बल दिया.
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त सुश्री रीना हांसदा ने कहा कि पंचायत उन्नति सूचकांक पंचायतों के लिए एक मार्गदर्शक उपकरण है, जिसके माध्यम से प्रत्येक ग्राम पंचायत अपनी उपलब्धियों एवं चुनौतियों की पहचान कर, बेहतर योजनाओं व नीतियों से अपनी रैंकिंग में सुधार कर सकती है. उन्होंने जनप्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों से अपील की कि सूचकांक के सभी मानकों को कार्ययोजना में सम्मिलित कर, उन्हें धरातल पर प्रभावी ढंग से लागू करें. उन्होंने यह भी कहा कि सतत विकास की दिशा में सभी को एकजुट होकर कार्य करना चाहिए तथा PAI के सभी बिंदुओं पर पंचायत स्तर पर ठोस कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.
मौके पर प्रभारी परियोजना प्रबंधक एवं राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर श्री आदित्य रंजन, श्री रंजीत अचार्य एवं सुश्री सरस्वती टुडू द्वारा सूचकांक के मापदंडों एवं मूल्यांकन पद्धति की विस्तृत जानकारी दी गई तथा पंचायतों के प्रदर्शन में सुधार हेतु आवश्यक सुझाव प्रस्तुत किए गए. उपस्थित विभागीय पदाधिकारियों को अभियान में उनकी जिम्मेदारियों एवं भूमिका से अवगत कराते हुए संयुक्त प्रयासों से इस पहल को सफल बनाने का आह्वान किया गया.
इस अवसर पर निदेशक, डी.आर.डी.ए. डॉ. अजय तिर्की, अपर उपायुक्त श्री जयवर्धन कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, चांडिल श्री विकास कुमार राय, जिला पंचायती राज पदाधिकारी श्री सुरेंद्र उरांव समेत विभिन्न विभागीय पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे.
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