संतोष कुमार/न्यूज़11 भारत
सरायकेला/डेस्क: जिला समाहरणालय सभागार, सरायकेला में उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी नितिश कुमार सिंह की अध्यक्षता में जिला स्तर पर शिक्षा संबंधी विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में उप विकास आयुक्त सुश्री रीना हांसदा, जिला शिक्षा पदाधिकारी कैलाश मिश्रा, सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, कनीय अभियंता (शिक्षा), ब्लॉक कोऑर्डिनेटर सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.
बैठक के दौरान उपायुक्त द्वारा जिले के शैक्षणिक प्रदर्शन, विद्यालयों की भौतिक एवं शैक्षणिक स्थिति, छात्र नामांकन, उपस्थिति, आधार सीडिंग, आयरन-फोलिक एसिड वितरण एवं स्वास्थ्य जांच, विद्यालयों में पोषण वाटिका की उपलब्धता, बालवृत्ति पर रोक, ड्रेस एवं छात्रवृत्ति वितरण, पुस्तक वितरण की स्थिति, विद्यालयों में शौचालय, पेयजल, फर्नीचर जैसी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता, आउट-ऑफ-स्कूल बच्चों की पहचान एवं नामांकन तथा विद्यालय निरीक्षण रिपोर्ट की समीक्षा की गई.
उपायुक्त ने विद्यालयों में नामांकन प्रतिशत बढ़ाने, छात्रों की सतत उपस्थिति सुनिश्चित करने, ड्रॉपआउट की संख्या न्यूनतम करने एवं आधार सीडिंग की प्रक्रिया को गति देने के निर्देश दिए. साथ ही, उन्होंने पठन-पाठन की गुणवत्ता में सुधार, शिक्षक उपस्थिति की निगरानी तथा विद्यालय परिसरों में स्वच्छता बनाए रखने पर विशेष बल दिया.
पूर्व बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने सभी बीआरपी एवं सीआरपी को टैग विद्यालयों में नियमित भ्रमण कर छात्रों की कैरियर काउंसलिंग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. साथ ही, सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों को विद्यालयों का नियमित भ्रमण करने तथा जिला शिक्षा पदाधिकारी को विभिन्न विद्यालयों एवं कार्यालयों का औचक निरीक्षण कर विभागीय निर्देशों के आलोक में योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए.
उपायुक्त ने यह भी निर्देशित किया कि सभी विद्यालयों में पुस्तकालयों में उच्च गुणवत्ता की विषयवार, भाषा संबंधी एवं प्रेरणादायक पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएं ताकि छात्र-छात्राओं का शैक्षणिक स्तर एवं रुझान दोनों सशक्त हो सके. बैठक के अंत में उपायुक्त ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में समावेशी, गुणवत्तापूर्ण एवं जवाबदेह प्रणाली के विकास की दिशा में जिला प्रशासन पूर्णतः प्रतिबद्ध है. उन्होंने सभी संबंधित पदाधिकारियों को परस्पर समन्वय स्थापित करते हुए लक्षित कार्ययोजना के अनुसार सतत प्रयास करने का निर्देश दिया.