न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: कोल इंडिया ने अपनी सहायक कंपनियों, बीसीसीएल और इसीएल में कार्यरत ठेका श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को मंजूरी दी गयी हैं.
बता दें कि बीसीसीएल में 4,600 और ईसीएल में 9,000 ठेका श्रमिक कार्यरत हैं. कोल इंडिया के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की हालिया बैठक में श्रमिकों के लिए कई अहम निर्णय लिए गए हैं.
ठेका श्रमिकों का वेतन कॉर्पोरेट सैलेरी अकाउंट के जरिए अब बैंकों में जमा होगा. कोल इंडिया ने बैंकों के साथ इसके लिए एमओयु भी साइन किया हैं. उनके बच्चों को कंपनी के वित्त पोषित स्कूलों में रियायती ट्यूशन फीस का लाभ मिलेगा.
आईटीआई, एनआईटी, सरकारी मेडिकल, इंजीनियरिंग कॉलेज और पॉलीटेक्निक में पढने वाले बच्चों को ट्यूशन फीस में 50 फीसदी की छूट दी जाएगी.
श्रमिक को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बिमा, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा और भारतीय डाक दुर्घटना बिमा योजनाओं से जोड़ा जाएगा. इसके साथ ही, ठेकेदारों के माध्यम से उन्हें आवास सुविधा भी मिलेगी.
शिक्षा और स्वास्थ्य पर जोर
ठेका श्रमिकों की पत्नियों के शैक्षिक स्तर को बेहतर करने के लिए विशेष प्रयास होंगे. तीन साल से अधिक समय से कार्यरत श्रमिको को जमानत राशि जमा कर न्यूनतम किराए पर आवास दिया जाएगा. श्रमिकों की पत्नियों और 18 वर्ष तक के बच्चों को कंपनी अस्पतालों में ओपीडी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी. श्रमिकों को शराब, अंधाधुंध उधारी और जुआ के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक किया जाएगा.