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रांची/डेस्क: महिलाएं पुरुषों से कम नहीं है, यह अब बताने की जरूरत नहीं है. महिलाएं अब ऐसे क्षेत्रों में भी अपने जौहर दिखाने लगी हैं, जिसके बारे में पहले सोचा भी नहीं जा सकता था. अब तो महिलाएं आतंकवाद के खिलाफ भी कमर कस कर मैदान में उतर चुकी हैं. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए वूमन कमांडो बनाया है. CISF ने स्पेशल ऑल-वुमन कमांडो की टीम तैयार की है, जिसमें फिलहाल 100 महिला कर्मियों को चुना गया है. इन महिला कमांडो के कंधों पर देशभर के हवाई अड्डों की सुरक्षा की जिम्मेदारी होगी.
बता दें कि सीआईएसएफ देश के कई महत्वपूर्ण जगहों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. उनके जिम्मे 69 हवाई अड्डों की सुरक्षा के साथ दिल्ली मेट्रो और कई अहम सरकारी व निजी इमारतों की सुरक्षा भी है. बता दें कि सीआईएसएफ विमानन सुरक्षा समूह (ASG) का हिस्सा हैं. इस समय सीआईएसएफ के पास 1.70 लाख कर्मियों का बल है जो सुरक्षा प्रदान करने के महत्वपूर्ण काम में लगा हुआ है.
जिन महिला कमांडो का चयन हवाई अड्डों की सुरक्षा के लिए हुआ है, उनकी ट्रेनिंग मध्य प्रदेश के बड़वाह में चल रही है. 8 सप्ताह की स्पेशल कमांडो ट्रेनिंग के बाद उन्हें उनकी जिम्मेदारियां सौंप दी जायेंगी. महिला कमांडो को फिजिकल फिटनेस के साथ हथियार चलाने की ट्रेनिंग और विभिन्न परिस्थितियों में खुद को कैसे बचाये रखना है, उसका भी प्रशिक्षण उन्हे दिया जा रहा है.
खबरों के अनुसार सीआईएसएफ के लिए 100 स्पेशन वूमन कमांडो का चयन हुआ है. फिलहास में 12491 महिलाएं सीआईएसएफ के पास हैं. खबर है कि 2026 में 2,400 और महिलाओं की भर्ती होगी. गृह मंत्रालय ने सुरक्षा बलों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के निर्देश दिये हैं.
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