आशिष शास्त्री/न्यूज 11 भारत
सिमडेगा/डेस्क: सिमडेगा के अल्बर्ट एक्का स्टेडियम से रविवार को ऑल चर्चेस के बैनर तले विशाल मौन जुलूस निकाला गया. यह जुलूस छत्तीसगढ़ में धर्म बहनों पर लगाए गए कथित झूठे केस और धर्मांतरण के फर्जी आरोपों के विरोध में आयोजित किया गया. जुलूस में हजारों की संख्या में मसीही धर्मलंबी शामिल हुए. जिन्होंने हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर शांतिपूर्ण ढंग से अपनी एकजुटता का परिचय दिया. जुलूस के दौरान सभी लोगों ने अनुशासन और शांति बनाए रखी.
मौके पर मसीही समुदाय के लिए न्याय, सुरक्षा और सम्मान की कामना की गई. जुलूस में जी.ई.एल. चर्च के बिशप मुरेल बिलुंग, कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी, सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा, ज़िप सदस्य जोसिमा खाखा, लता तिर्की सहित सभी विंग की धर्म बहनें और ऑल चर्चेस के सदस्य मौजूद थे. मौन जुलूस के बाद डीसी को एक ज्ञापन भी सौंपा गया.
शांति और प्रेम से समाज में भाईचारा कायम रहेगी - बिशप मुरेल बिलुंग
बिशप मुरेल बिलुंग ने कहा कि हमारा यह विरोध किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं, बल्कि अन्याय और असत्य के खिलाफ है. हम मसीह के बताए मार्ग पर चलते हुए शांति और प्रेम से समाज में भाईचारा कायम रखना चाहते हैं. झूठे आरोप लगाकर हमें डराने का प्रयास कभी सफल नहीं होगा.
हमारे संविधान में सुरक्षित है धर्म की स्वतंत्रता - विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी
कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने कहा कि धर्म की स्वतंत्रता हमारे संविधान में सुरक्षित है. किसी भी समुदाय के साथ भेदभाव या झूठा आरोप लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है. इसे समाज के लोगों में भय का माहौल बनता है.
समाज को बदनाम करने का प्रयास निंदनीय: विधायक भूषण बाड़ा
सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे मसीही समाज ने शिक्षा, स्वास्थ्य और सेवा में देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. ऐसे समाज को बदनाम करने का प्रयास निंदनीय है. हम न्याय के लिए हर मंच पर लड़ेंगे और अपने लोगों की रक्षा करेंगे.
धर्म बहनों की सम्मान को पहुंचाई गई है ठेस - जोसिमा खाखा
ज़िप सदस्य जोसिमा खाखा ने कहा कि हमारी धर्म बहनों पर लगाए गए आरोप न केवल असत्य हैं बल्कि उनके सम्मान को ठेस पहुंचाने वाले हैं. हम महिलाएं इस अपमान को चुपचाप नहीं सहेंगी. यह मौन जुलूस हमारी दृढ़ता का प्रतीक है.
मौन जुलूस के दौरान शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से धराशायी हो गई. विधायकों ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई है. विधायकों ने कहा कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के बावजूद एनएच में ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पुलिस प्रशासन की गैरमौजूदगी दुखद है. जोसिमा खाखा ने कहा कि इतने बड़ी संख्या में लोगों के जुटान होने की संभावना के बीच प्रशासन की लापरवाही साफ़ दिखाई दी. प्रशासन की गलती के कारण मौन जुलूस के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था बदहाल हुई. एनएच जाम हो गया. छोटी बड़ी वाहने जाम में फँसे रहे. पर इसे कंट्रोल करने के लिए भी पर्याप्त मात्र में पुलिस जवान तैनात नहीं दिखे. ऐसे में कोई घटना भी घट सकती थी. उन्होंने प्रशासन से व्यवस्था में सुधार की माँग की है.