GM ने किया इनकार...
रांची : शहर में बिजली बिल बकाएदारों का बिजली कनेक्शन काटे जाने का काम तेजी से चल रहा है. ये अभियान जून से ही चल रहा है. इसके तहत JBVNL रांची एरिया बोर्ड 10 हजार से उपर बकाएदारों का बिजली कनेक्शन काट रही है. वहीं उपभोक्ताओं की शिकायत है कि बोर्ड खुद समय पर बिलिंग नहीं कर पा रही है, यही कारण है कि वे समय से बिजली बिल का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं और अब बिजली कनेक्शन काटे जाने पर उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.इधर आज 630 बकायदारों का कनेक्शन काटा गया जबकि 92.11 लाख रूपए की राजस्वा वसूली की गयी
लॉकडाउन के कारण बंद था बिलिंग
दरअसल, कोरोना संक्रमण के कारण स्थिति बिगड़ने और लॉकडाउन होने पर बिलिंग बंद था. अप्रैल तक स्थिति सामान्य हुई तो, JBVNL और एजेंसी कंपनियों में के कुछ तकनीकी खराबी आ गई और फिर बिलिंग का काम शुरू नहीं हुआ. अब बिलिंग का काम दोबारा शुरू करने के लिए रांची एरिया बोर्ड समेत पूरे झारखंड के सभी एरिया बोर्ड के पुराने बिलिंग एजेंसी को हटा कर नयी एजेंसी बहाल की गयी, जिसमें रांची एरिया बोर्ड के दो जिले रांची-गुमला में बिलिंग के लिए कंपीटेंट एनर्जी को काम दिया गया.
8 जून से शुरू हुआ था बिलिंग पर अब भी शत-प्रतिशत बिलिंग नहीं
जानकारी के अनुसार नई एजेंसी ने 8 जून से ऑन स्पॉट बिलिंग का काम शुरू किया, लेकिन जून में रांची और गुमला का ओवर ऑल बिलिंग 69 प्रतिशत रहा. जिसमें रांची के शहरी इलाकों में 3.50 लाख और गुमला शहरी इलाकों में 45 हजार बिलिंग किया गया. शहरी क्षेत्रों में बिलिंग शत-प्रतिशत तो नहीं पर काफी हद तक हो गई है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में बिलिंग की स्थिति बेहद खराब है. 20 जुलाई तक रांची में बिलिंग 75 फीसदी और गुमला में 54 फीसदी रही. वहीं पूरे रांची और गुमला में औसतन 65 फीसदी बिलिंग ही हो पायी है.
इस पर क्या कहते हैं बिलिंग एजेंसी और GM?
बिलिंग में देरी होने की समस्या पर बिलिंग एजेंसी कंपीटेंट एनर्जी के रांची सर्किल इनचार्ज मुकेश कुमार का तर्क है कि शहर में ऑन स्पॉट बिलिंग में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन JBVNL ने गांव में बेस बिलिंग का कंडीशन डाल दिया है. यानि कि उर्जा मित्र (मीटर रीडर) को बिलिंग के लिए एक घर में दो बार जाना होगा. पहली बार केवल मीटर का फोटो लेकर आ जाना है और दूसरी बार जाकर बिल बनाना है. यही कारण है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिलिंग में दिक्कत हो रही है.
वहीं रांची एरिया बोर्ड जीएम पीके श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों से उन्हें नियमित रूप से बिल नहीं मिलता है, साथ ही बिल में गड़बड़ी होने की भी शिकायत आ रही थी. यही कारण है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बेस बिलिंग शुरू की गयी है. उन्होंने कहा कि जहां तक बकाएदारों का बिजली कनेक्शन काटे जाने का मसला है तो एकदम से जाकर कनेक्शन नहीं काटा जा रहा है. उन्हें सुविधा दी गयी है कि वे अपना बकाया किस्त में जमा करा सकते हैं. ऐसा नहीं होने पर ही कनेक्शन काटा जा रहा है.