झारखंड » हजारीबागPosted at: जून 27, 2024 बिहार की आर्थिक अपराध शाखा ने सीबीआई को सौंपी 2 हजार पन्नों के जांच रिपोर्ट में हजारीबाग के ओएसिस स्कूल को NEET पेपर लीक का एपीसेंटर बताया
स्कूल के प्राचार्य एहसान उल हक, स्कूल सुप्रीटेंडेंट, NTA के स्कूल ऑब्जर्वर और ब्लू डार्ट कुरियर के स्टाफ की भूमिका संदिग्ध

प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: NEEET-UG पेपर लीक और धांधली मामले की पूर्व से जांच कर रही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने हजारीबाग के परीक्षा केंद्र ओएसिस स्कूल को अपनी दो हजार पन्नों की जांच रिपोर्ट में पेपर लीक का एपीसेंटर करार दिया है. सीबीआई भी इसी परीक्षा केंद्र को पेपर लीक का केंद्र मान कर अनुसंधान को आगे बढ़ा रही हैं. सीबीआई इस मामले में स्कूल और हजारीबाग से जुड़े करीब एक दर्जन लोगों से पूछताछ कर रही है. कल घंटो पूछताछ के बाद हजारीबाग पहुंची सीबीआई टीम ने केंद्र के प्राचार्य और सिटी कॉर्डिनेटर एहसान उल हक सहित एक अन्य को हिरासत में लेकर सीसीएल के चरही अतिथि गृह, जहां सीबीआई ने अपना अस्थाई कैंप कार्यालय बनाया है, ले गई और कई चरणों में रातभर पूछताछ की. सीबीआई टीम उन्हें पुनः गुरुवार को लेकर ओएसिस स्कूल लेकर पहुंची, जहां समाचार लिखे जाने तक जांच जारी थी. बिहार पुलिस के साथ-साथ सीबीआई को भी शक है कि पेपर लीक मामले में एहसान उल हक की भूमिका संदिग्ध है, जिसकी मुक्कमल जांच जरूरी है. सीबीआई भी बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई की तरह मानकर चल रही है कि इसी सेंटर में प्रश्न पत्र के बक्से से छेड़छाड़ की गई है.
मुखिया की गिरफ्तारी के बाद एहसान उल हक की भूमिका सामने आएगी
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसी की पहली प्राथमिकता पेपर लीक के मास्टर माइंड बिहार के संजीव मुखिया की गिरफ्तारी जरूरी हैं. उसकी गिरफ्तारी से पूरे प्रकरण का खुलासा होगा. सीबीआई ओएसिस स्कूल के प्राचार्य एहसान उल हक बिहार के संजीव मुखिया के संपर्कों की भी जानकारी जुटाने में लगी है. सीबीआई ने एहसान उल हक के मोबाइल को भी जब्त कर लिया है. उनके फोन कॉल के रिकॉर्ड की जांच के साथ-साथ मोबाइल की फोरेंसिक जांच भी कराई जा रही है, जो जांच के एक अहम कड़ी है.