न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 2025 में 25 फरवरी को बसंत पंचमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाएगा. यह दिन खासतौर पर शिक्षा, संगीत और कला की देवी माता सरस्वती की पूजा का होता हैं. माना जाता है कि बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की विधिपूर्वक पूजा करने से जीवन के सारे संकट दूर हो जाते है और भाग्य में सुधार आता हैं.
पढ़ाई में मन नहीं लगता? करें ये उपाय
अगर आपके घर में कोई बच्चा है, जो पढ़ाई में मन नहीं लगाता या उसकी एकाग्रता कमजोर है तो बसंत पंचमी के दिन कुछ खास उपाय करने से उसकी पढ़ाई में सुधार हो सकता हैं. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, अगर किसी की कुंडली में बुध कमजोर है तो बुद्धि पर असर पड़ता हैं. ऐसी स्थिति में मां सरस्वती की पूजा और हरे फल अर्पित करने से लाभ मिल सकता हैं.
विद्या में रुकावटें? करें ये उपाय
यदि कुंडली में बृहस्पति कमजोर हो तो विद्या प्राप्ति में बाधाएं आती हैं. इस दिन पीले वस्त्र पहनें और पीले पुष्प और फल से मां सरस्वती की पूजा करें. इससे शिक्षा में रुकावटें दूर हो सकती हैं.
मन की चंचलता से है परेशान? करें ये उपाय
अगर शुक्र कमजोर हो तो मन की चंचलता बढ़ती है और करियर के चुनाव में भी दिक्कत आती हैं. ऐसे में आज के दिन मां सरस्वती की उपासना करें और सफ़ेद फूलों से पूजा करें, जिससे मानसिक शांति और करियर में सफलता मिल सकती हैं.
कैसे करें मां सरस्वती की पूजा?
बसंत पंचमी के दिन पीले, बसंती या सफेद वस्त्र पहनें. काले या लाल वस्त्र पहनने से बचें. पूजा के लिए पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें. सूर्योदय के बाद ढाई घंटे या सूर्यास्त के बाद ढाई घंटे के समय में पूजा करना श्रेष्ठ रहेगा.
मां सरस्वती को श्वेत चन्दन, पीले और सफेद फूल अर्पित करें और प्रसाद में मिसरी, दही और लावा अर्पित करें. पूजा के दौरान "ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः" का जाप करें. इस मंत्र का जाप करने के बाद प्रसाद ग्रहण करें और अपनी जीवन में सकारत्मक बदलाव की शुभकामनाएं लें. इस बसंत पंचमी पर इन विशेष उपायों को अपनाकर अपनी किस्मत को बदलें और जीवन को एक नई दिशा दें.