न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क: बर्ड फ्लू के संक्रमण को रोकने के लिए मरे हुए पंक्षियों को जेसीबी के गढ्ढ़े कर दफनाया जा रहा है, हां आपने सही सुना यह खबर उत्तर प्रदेश से आ रही है. यहां मृत पक्षियों को गढ्ढ़ों में डाल कर चूना व केमिकल से ढ़कने की प्रक्रिया को अपनाई जा रही है. जिससे वायरस के फैलाव को पूरी तरीके से रोकी जा सके. प्रशासन ने पोल्ट्री फार्म के एक किलोमीटर तक के दायरे को सील कर दिया गया है.
देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू बीमारी ने खौफ पैदा किया हुआ है. यूपी के रामपुर जिले में इसका सबसे बड़ा असर देखने को मिल रही है. यहां अब तक कम से कम 15,000 मुर्गे मुर्गियों की मौत हो चुकी है. हालत इतने गंभीर है कि मृत पक्षी को गढ्ड़ों में डाल कर दफनाया जा रहा है. साथ ही पुरे जिले में एक हफ्ते के लिए चिकेन व अंडे की बिक्री में रोक लगा दी गई है.
बरेली के भारतीय पशु चिक्त्सा अनुसंधान और भोपाल की हाई सिक्योरिटी एनिमल डीजिज लेबोरेटरी में भेजे गए नमूने में एच5 वायरस की पुष्टि की गई है. इसके बाद प्रभावित पॉल्ट्री फार्म के 1 कमी के दायरे को सील कर दिया गया है. इस बीच किसी भी तरह के पोल्ट्री गतिविधि व पोल्ट्री उत्पाद के परिवहन पर सख्त रोक लगा दी गई है. इसकी सतर्कता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में पक्षी विहार, चिड़ियाघर, राष्ट्रीय उद्दयान व गौशालाओं में अतिरिक्त सतर्कता बरतने का आदेश दे दिया है. सभी स्थानों पर नियमित सैनिटाइजेशन पशु पक्षी की स्वास्थय जांच व स्टाफ को पीपीई किट से लैस करने को आदेशित किया है.