न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क: मॉनसून सत्र में सोमवार का दिन बेहद खास होने वाला है. क्योंकि मोदी सरकार एक बार फिर से नया आयकर विधेयक पेश करने वाली है. सरकार ने फरवरी महीनें में नया आयकर विधेयक पेश किया था, लेकिन 8 अगस्त को उसने उसे वापस ले लिया है. इस विधेयक को इसी साल फरवरी में लोकसभा में पेश किया गया था.
बता दें कि पहले पेश किये गये आयकर बिल को लेकर कई आपत्तियां आयी थीं जिसके बाद बैजयंत पांडा की अध्यक्षता में प्रवर समिति का गठन कर सुझाव देने को कहा गया था. समिति ने आयकर विधेयक में कुछ बदलावों का सुझाव भी दिया है. अब देखना यह है कि नया आयकर विधेयक संसद से पारित हो पाता है कि नहीं. अगर विधेयक संसद से पास होकर कानून बन जाता है तो यह छह दशक पुराने आयकर अधिनियम, 1961 का स्थान लेगा.
प्रवर समिति का मुख्य सुझाव धर्मार्थ ट्रस्टों को मिलने वाले गुमनाम दान को लेकर है. समिति ने धर्मार्थ ट्रस्टों को ऐसे दानों के लिए छूट का समर्थन किया गया है. इसके अलावा अंतिम तिथि बीत जाने के बाद करदाताओं को बिना किसी दंडात्मक शुल्क के भुगतान के ITR दाखिल करने व TDS रिफंड का दावा करने की अनुमति की भी सिफारिश की गयी है. बता दें कि समिति ने कानून के मौजूदा ढांचे को मजबूत करने के लिए 285 सुझाव दिए हैं.