अरुण कुमार यादव/न्यूज़11 भारत
गढ़वा/डेस्क: गढ़वा जिले में मनरेगा योजना में बड़ा गड़बड़ झाला सामने आई है, गढ़वा जिले के रंका प्रखंड के कंचनपुर पंचायत में मनरेगा योजना के तहत बिना काम कराए 1.47 करोड़ 89 हजार रुपए निकासी कर लेने का मामला सामने आया है. सभी योजना वर्ष 2020 - 21 और 2021 - 22 की है. मनरेगा योजना के तहत वर्ष 2020 - 21 में 72 योजना ली गयी. और वर्ष 2021-22 में 97 योजना ली गयी. इसमें कूप निर्माण 53, गाय शेड 77, डोभा 23, आम बागवानी 14, टीसीबी और मोरम मिट्टी रोड एक - एक योजना ली गयी. इसमें कई योजना धरातल पर नहीं है. कई योजना अपूर्ण है. सभी पैसे सामग्री मद में वेंडर के खाता से निकासी की गयी है. वर्ष 2020-21 के मनरेगा योजना के सामग्री मद की राशि वर्ष 2023-24 में 66.27 लाख रुपए एवं वर्ष 2021-22 के मनरेगा योजना के सामग्री मद की राशि वर्ष 2024-25 में 81.62 लाख रुपए निकासी की गयी है!बता दें कि योजना पूर्ण होने के बाद ही सामग्री मद की राशि मनरेगा आपूर्तिकर्ता वेंडर के माध्यम से की जाती है. यहां तक कि डीडीसी के निर्देश की अनदेखी कर आम बागवानी की राशि कूप निर्माण एवं गाय शेड के नाम पर 81.62 लाख रुपए की निकासी कर बांट ली गयी. यह राशि वर्ष 2021-22 में बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत संचालित आम बागवानी योजना में खाद एवं कीटनाशक के मद में भुगतान के लिए आवंटित थी. परंतु उक्त राशि का भुगतान कूप निर्माण और गाय शेड निर्माण की सामग्री मद में कर दिया गया. उप विकास आयुक्त द्वारा एक अक्टूबर 2024 को जारी पत्रांक -50 में बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत संचालित आम बागवानी योजना के लिए पौधे, खाद एवं कीटनाशक मद में राशि का भुगतान करने का निर्देश दिया था. लेकिन चार अक्टूबर 2024 को 81.62 लाख रुपए की निकासी कर ली गयी! वहीं जिन वेंडरो के खाते में राशि गई है. जिसमे,
श्रीराम ओझा 34,18,822
मनोज यादव 1,01,171
नंदु कुमार यादव 1,90,000
किशोर इंटरप्राइजेज 8,03,298
जितेंद्र यादव 53,49,943
श्री अग्रसेन इंटरप्राइजेज 35,15,654
अंबिका सिंह 55,26,233
मदन गोपाल प्रसाद 2,20,000
मो अलीम 10,94,769
जितेंद्र कुमार 13,80,437
नसीर रंगसाज 1360
सतीश कुमार दुबे 4,27,148
संजय कुमार सिन्हा 3,24,160
राजेश कुमार पांडेय 9,97,662
वहीं गढ़वा डीडीसी पशुपतिनाथ मिश्रा ने कहा की मामला संज्ञान में आया है इसे जाँच कराकर निश्चित रूप से दोषियों पर कार्यवाई करेंगे!
इस मामले पर गढ़वा विधायक सतेंन्द्रनाथ तिवारी ने कहा की मनरेगा योजना में अधिकारी के मिलीभगत से 50% घूसखोरी हो गई उसी का जीता जागता उदाहरण है.