ब्योमकेश मिश्रा/न्यूज़11भारत
चंदनकियारी/डेस्कः- चंदनकियारी प्रखंड के खेड़ाडीह स्कूल मोड में शहीद निर्मल महतो का 38वीं शहादत दिवस एवं दिशम गुरु शिबू सोरेन का शोक दिवस मनाया गया, कार्यक्रम महाराज महतो की अध्यक्षता में हुई , जहां मुख्य रूप से अद्रकुडी पंचायत मुखिया प्रतिनिधि भवानी महतो, गम्हरिया पंचायत मुखिया प्रतिनिधि समर रजवार,फुसरो पंचायत समिति प्रतिनिधि मंटू लाल महतो एंव बरियाडीह समिति प्रतिनिधि हाशिम अंसारी समेत ग्रामीण के द्वारा किया मनाया गया.वक्ताओं ने कहा कि शहीद निर्मल महतो का शहादत पूरा झारखंड कभी नहीं भूलेगा उन्होंने एक वाक्य कहा था सवाल बनकर फिर उठूंगा जो हो सके तो जवाब रखना मेरा खून बेकार नहीं जाए मेरा खून का हिसाब रखना यह वाक्य आज भी चरितार्थ है कारण कि आज भी शहीद निर्मल महतो का सपनों का झारखंड नहीं बन पाया है आज भी झारखंड में सवाल ही सवाल है जिन झारखंडियों के लिए झारखंड अलग हुआ था उसका आज तक जवाब नहीं मिला आज इस शहादत दिवस में हम सबों को शहीद निर्मल महतो के सपनों का झारखंड बनाने का संकल्प लेने की आवश्यकता है. महाराज महातो कहा कि शाहिद निर्मल महतो की हत्या 8 अगस्त 1987 को जमशेदपुर के बिष्टुपुर में नार्दर्न टाउन स्थित चमरिया गेस्ट हाउस के सामने गोली मारकर उस समय कर दी गई थी, जब वे अपने सहयोगियों के साथ खड़े होकर बातचीत कर रहे थे. लोग निर्मल महतो को प्यार से निर्मल दा पुकारते थे.