प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: झारखंड शिक्षा परियोजना हजारीबाग के निर्देश पर +2 उच्च विद्यालय कटकमसांडी में विद्यालय स्तरीय इंटर हाउस "खेलो झारखंड 2025" प्रतियोगिता का शुभारंभ 2 अगस्त को हुआ. यह प्रतियोगिता 5 अगस्त तक आयोजित की जाएगी. प्रतियोगिता का उद्घाटन विद्यालय परिसर में हर्षोल्लास के साथ किया गया. पहले दिन एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें बालक वर्ग में बिरसा मुंडा हाउस एवं बालिका वर्ग में जतरा भगत हाउस के खिलाड़ियों का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा.
विद्यालय के शारीरिक शिक्षा शिक्षक सरोज कुमार मालाकार ने बताया कि इस वर्ष अंडर-14, 17 और 19 आयु वर्ग के बालक एवं बालिका खिलाड़ियों के बीच एथलेटिक्स, फुटबॉल, कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल और वूशु खेलों का आयोजन किया जा रहा है.आज के एथलेटिक्स मुकाबलों में 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर, 800 मीटर, 1500 मीटर, 3000 मीटर दौड़, 110 मी. एवं 400 मी. बाधा दौड़, रिले दौड़ (4×100 और 4×400 मीटर), ऊंची कूद, लंबी कूद, गोला फेंक, चक्का फेंक और भाला फेंक में खिलाड़ियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया.
कार्यक्रम में उपस्थित प्रभारी प्रधानाध्यापक श्री मैनेजर नाथ पांडेय ने विजेता खिलाड़ियों को बधाई देते हुए सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया.प्रतियोगिता में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों ने भाग लिया. विजेता खिलाड़ियों को मेडल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा. ये खिलाड़ी आगामी प्रखंड स्तरीय खेलो झारखंड में विद्यालय का प्रतिनिधित्व भी करेंगे.
प्रतियोगिता के ट्रैक इवेंट के प्रथम विजेता हैं एनीमा टूटी, वासुदेव ठाकुर, मो. सदाकत अंसारी, उमेश गंजू, मसूद अंसारी, खुशबू कुमारी, शबनम नाग, बसंत मेहता, रुपाली कुमारी, प्रतिमा कुमारी, मरथा नाग, प्रीतम कुमार भोगता, राहुल कुमार, पूजा, राखी कुमारी, विकास कुमार, चरण मुंडा, धनराज कुमार, सोनम कुमारी, अमीषा कुमारी, भूमिका आदि.फील्ड इवेंट के विजेता हैं गौरव वर्मा, जोलेन नाग, शोभा कुमारी, अमित सांगा, उमेश गंजू, बासुदेव कुमार ठाकुर, गुड्डन कुमार, चोरन मुंडा, अमन कुमार.
प्रतियोगिता के सफल संचालन में शिक्षकगण राहुल कुमार दास, उषा रानी महतो, अजय कुमार बैठा, सुजाता सलोनी तिग्गा, परमिला कुमारी, सदा सदफ, महेंद्र प्रसाद, अशोक कुमार, इमरान अयूब हुसैनी, जाहिदा बानो, विकास सिंह, उत्तम सिंह, मुकेश गोप, निरंजन रवानी, रविश कुमार, सौरभ खत्री एवं बीएड प्रशिक्षु शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही.