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रांची/डेस्क: शनिवार को वायुसेना प्रमुख एके भारती ने बताया था ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को किस तरह से भारतीय जांबाजों ने वीरता का परिचय देते हुए दुश्मन देश के 6 विमानों को धूल चटा थी थी. उसके अगले दिन यानी रविवार को थल सेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान के जख्मों पर फिर नमक छिड़कते हुए कहा कि भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान शतरंज की तरह दुश्मन को नचाया और मात दी. सरकार ने हमें फ्री हैंड दिया था, और उसका हमारे बहादुरों में बखूबी उपयोग भी किया.
थल सेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर हमारे लिए शतरंज की बाजी की तरह थी. हम अच्छी तरह से समझ रहे थे कि दुश्मन की अगली चाल क्या होगी और उसके कोई नयी चाल चलने से पहले हम अपनी चाल कर उसे मात दे रहे थे. द्विवेदी ने कहा कि इस खेल में हम उन्हें सीधे मात भी दे रहे थे, और जहां जान का जोखिम था, वहां यह जोखिम उठा भी रहे थे.
थल सेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी यह बात IIT मद्रास के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान की घटनाओं का जिक्र करते हुए थल सेना प्रमुख ने कहा कि 23 अप्रैल को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पाकिस्तान पर कार्रवाई को लेकर हमसे कहा कि दुश्मन को कैसे सबक सिखाना है, यह आप लोगों को तय करना है. तीनों सेना प्रमुखों को पाकिस्तान पर कार्रवाई करने की पूरी छूट दे दी गयी. उन्होंने कहा कि सैन्य कार्रवाई को लेकर ऐसी स्पष्टता पहली बार देखी गयी. सरकार ने हम पर जो विश्वास किया, उस पर हम खरे भी उतरे.
सेना प्रमुख ने पाकिस्तान सेना प्रमुख असीम मुनीर को फील्ड मार्शल बनाए जाने पर भी तंज कसा है. जिन्हें ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को विजयी मानते हुए फील्ड मार्शल बनाया गया था. जनरल द्विवेदी ने 9 में से 7 आतंकी ठिकानों को नष्ट करने का भी दावा किया.
सेना प्रमुख ने'ऑपरेशन सिंदूर' के नाम को भी जस्टिफाई किया. उन्होंने कहा कि यह छोटा सा नाम पूरे देश को जोड़ता है. इसने पूरे देश को प्रेरित करने का काम किया है.
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