अमित दत्ता/न्यूज़11 भारत
बुंडू/डेस्क: तमाड़ विधानसभा क्षेत्र के झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) प्रधान कार्यालय बुंडू में झारखंड आंदोलन के पुरोधा, झामुमो के संस्थापक, पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद आदरणीय दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी के निधन पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक श्री विकास कुमार मुंडा ने अपने तमाम सहयोगियों, झामुमो कार्यकर्ताओं और क्षेत्रीय पदाधिकारियों के साथ दिवंगत नेता को पुष्पांजलि अर्पित की और दो मिनट का मौन रखकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए विधायक श्री विकास कुमार मुंडा ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा:
"दिशोम गुरु शिबू सोरेन सिर्फ एक राजनेता नहीं, बल्कि झारखंड आंदोलन की आत्मा थे. उन्होंने आदिवासी, मूलवासी और वंचित समाज के अधिकारों के लिए जो लंबा संघर्ष किया, वह इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा. जमींदारी प्रथा के खिलाफ उनके नेतृत्व में जो क्रांति खड़ी हुई, उसने आदिवासी समाज को अपनी अस्मिता और अधिकार के लिए खड़ा होना सिखाया. गुरुजी ने हमेशा हमें सिखाया कि सत्ता का उद्देश्य सेवा होना चाहिए, शासन नहीं. उन्होंने पूरे जीवन जनहित को सर्वोपरि रखा और हर कदम पर गरीबों, किसानों, श्रमिकों और आम जनता की आवाज को बुलंदी दी. उनके विचार, उनका जीवन दर्शन, और उनकी नेतृत्व क्षमता आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरणा देती रहेगी. ईश्वर से प्रार्थना है कि वे उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें और उनके परिजनों को इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें."
कार्यक्रम में अड़की, बुंडू और तमाड़ प्रखंडों के सैकड़ों झामुमो कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही. सभी ने दिशोम गुरु के साथ अपने व्यक्तिगत जुड़ाव, उनके मार्गदर्शन और संघर्षों की यादें साझा करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए.
श्रद्धांजलि सभा में स्थानीय नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों ने भी अपने विचार रखते हुए गुरुजी के आदर्शों पर चलने की प्रतिबद्धता दोहराई.
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