शटडाउन लेकर ट्रांसफार्मर में फ्यूज बांध रहा था बिजली मिस्त्री श्याम सुंदर, फिर कैसे हुआ लाइन चालू
रोहन निषाद/न्यूज़11 भारत
चाईबासा/डेस्क: पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर में एक बड़ा हादसा हुआ जब बिजली मिस्त्री श्यामसुंदर रजक को 11000 वोल्ट का करंट लगा.जिससे बिजली मिस्त्री ट्रांसफार्मर छोड़ कई फीट की उंचाई से सीधे से नीचे गिर पड़ा और गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना शुक्रवार दोपहर करीब 4 बजे की बताई जा रही है. जानकारी के अनुसार लोटापहाड़ गांव निवासी श्याम सुंदर रजक बिजली विभाग में अनुबंध कर्मी के रूप में कार्यरत है.शुक्रवार को कराईकेला थाना क्षेत्र के लांडुपदा गांव के आदिवासी टोला में स्थित विद्युत ट्रांसफार्मर का फ्यूज उड़ गया था.
जिसके बाद बिजली विभाग के द्वारा बिजली मिस्त्री श्यामसुंदर रजक दोपहर करीब 4 बजे बिजली मिस्त्री लांडुपदा गांव के आदिवासी टोला पहुंचा और विभाग से शटडाउन लेकर ट्रांसफार्मर में चढ़कर फ्यूज का तार बांधने का कार्य कर रहा था. कार्य समाप्त भी नहीं हुआ था कि अचानक लाइन चालू कर दिया गया. 11 हजार का करंट चालु होते ही तेज चिंगारी और धमाके के साथ ट्रांसफार्मर में फ्यूज बांध रहा श्याम सुंदर को बिजली का जोरदार झटका लगा और वह ट्रांसफार्मर के ऊपर से सीधे जमीन पर गिर पड़ा. बिजली मिस्त्री के पीठ की हड्डी, दोनों पैर व शरीर के विभिन्न हिस्से झुलस गए. घटना के बाद स्थानीय ग्रामीण एवं सहकर्मियों ने घायल बिजली मिस्त्री को अनुमंडल अस्पताल चक्रधरपुर लेकर पहुंचे.जहां प्राथमिक उपचार करने के बाद रेफर कर दिया गया. चिकित्सकों ने बताया कि करंट लगने से बिजली मिस्त्री 40 प्रतिशत झुलस गया है.इधर घटना की सूचना मिलते ही विद्युत विभाग के एसडीओ भामा टुडू, विभाग के कर्मचारी और सहकर्मी अनुमंडल अस्पताल पहुंचे. जहां एसडीओ द्वारा तत्काल एंबुलेंस की व्यवस्था करते हुए घायल बिजली मिस्त्री श्यामसुंदर रजक की बेहतर इलाज के लिए उसे टाटा टीएमएच अस्पताल लेकर रवाना हो गए.
कई सवाल उठ रहा
सवाल उठ रहा है कि जब बिजली मिस्त्री शटडाउन लेकर ट्रांसफार्मर में फ्यूज बांधने का काम कर रहा था, तो कैसे और किसने बिना बताए लाइन चालू कर दिया और इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया.बिजली विभाग में अनुबंध में कार्यरत अन्य साथी कर्मियों ने पुरे मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए दोषी पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.विभाग में हुई इतनी बड़ी लापरवाही से अनुबंध कर्मी की जान पर बन आई है जो की चिंता का विषय है. यह कोई पहला मामला नहीं है जब शटडाउन के बावजूद लाइन चालू कर मिस्त्री की जान खतरे में डाली गयी है.इससे पहले भी ऐसी कई घटनाएं हुई है. जिससे बिजली मिस्त्री की मौत तक हो चुकी है. लेकिन इसके बावजूद पुरानी घटनाओं से कोई सबक नहीं लिया जाता है.लगातार हो रहे इस तरह के हादसे से बिजली कर्मियों में बिजली के खम्बों और ट्रांसफार्मर में काम करने से भय का माहौल बन गया है.
जांच होगी: एसडीओ
एसडीओ भामा टुडू ने कहा कि इस मामले की जांच गंभीरता से की जाएगी. दोषियों पर कार्रवाई होगी.