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रांची/डेस्क:- होटल ताज 'इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड' (IHCL) का एक ब्रांड है जिनके नाम कई उपलब्धियां जुड़ी हुई है. बता दें कि 2024 में होटल ताज को दुनियां का सबसे मजबूत होटल ब्रांड के रुप में चुना गया है. वर्ल्ड ऑफ स्टेटिस्टिक्स में ब्रिटेन ब्रांड वैल्युएशन कंसलटेंसी के द्वारा एक डेटा शेयर किया गया है जिसमें दुनियां के टॉप 10 होटलों में ताज का नाम सबसे पहले आता है. ब्रिटेन की ब्रांड वैल्यूएशन कंसल्टेंसी ने अपना सालाना रिपोर्ट में टाटा ग्रुप के इस ताज होटल को दुनियां का सबसे स्ट्रांग होटल ब्रांड के रुप में करार दिया है. टॉप 10 सबसे स्ट्रॉंग होटल में ताज का नाम सबसे आगे हैं वहीं दूसरे से पांचवे तक अमेरिका के होटल का नाम दर्ज है. छठे और सातवें नंबर पर चीन का होटल का नाम आता है.
ताज होटल बनने में लगा था 14 साल का एक लंबा वक्त
टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी ने आधुनिक भारत के लिए कई सपने देखे थे. उनमें से ताज होटल बनाने का सपना सबसे खास था. देश का सबसे पहले ताज होटल 1903 में मुम्बई में गेटवे ऑफ इंडिया के सामने खुला था. ये होटल जमशेदजी के सपनों के लिए खास इसलिए बन जाता है क्योंकि इसकी शुरुआत जमशेदजी ने अपने अपमान की बदला लेने के लिए किया था. कहा जाता है कि जमशेदजी टाटा को मुम्बई के एक होटल में विदेशी मित्र ने मिलने बुलाया था लेकिन वहीं जब वो मिलने वाटसंस नाम के होटल में पहुंचे तो वहां उनका अपमान किया गया. इस होटल में सर्फ यूरोपियन लोगों की एंट्री होती थी. जमशेदजी जब वहां पहुंचे तो मैनेजर ने उनसे कहा कि हम इंडियन को अंदर आने की इजाजत नहीं दे सकते है. बस यही बात जमशेदजी को चुभ गई थी और उसी दिन उन्होने एक लग्जरी होटल बनाने को ठान ली. ताज होटल बनने में 14 साल का एक लंबा वक्त लगा था. ताज होटल के विरासत के अलावा इसका मुम्बई में अभी तक मजबूती से खड़े रहना भी एक शान की पहचान है.