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रांची/डेस्क: भाजपा प्रदेश महामंत्री एवं सांसद आदित्य साहू ने आज झामुमो महासचिव के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. आदित्य साहू ने कहा कि झामुमो और इंडी गठबंधन राज्य की सत्तामद में चूर हो चुका हैं. पूरे राज्य में अवस्था ,अराजकता की स्थिति है. संवैधानिक संस्थाओं को बौना कर दिया गया है. आदित्य साहू ने कहा कि जिसके दिल में तिरंगा के प्रति सम्मान नहीं होता उसे ही भारत की जनता के द्वारा भारतीय सेना के सम्मान में निकाली गई तिरंगा यात्रा नौटंकी लगती है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को फिलिस्तीन और पाकिस्तान के झंडों से प्यार है. तभी तो जब पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जाते हैं तो ये झामुमो कांग्रेस की सरकार ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने से कतराती है. कहा कि रांची राजधानी में अवैध तरीके से रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को देश से बाहर भेजने में भी ये लोग सोच विचार करने लगते है. नए नए बहाने ढूंढते हैं.
सांसद आदित्य साहू ने कहा कि संविधान से ऊपर शरिया को मानने वाले राज्य सरकार के मंत्री ने संविधान और तिरंगे का खुल्लम खुल्ला अपमान किया लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री तुष्टीकरण की राजनीति में इतने डूब चुके हैं कि मंत्री को बर्खास्त करना तो दूर उनसे सवाल पूछने की भी हिम्मत नहीं जुटा पाए. उन्होंने कहा कि झामुमो को पता होना चाहिए कि तिरंगा भारत की आन-बान और शान है. इसको हाथों में लेकर लाखों ने देश के लिए जान गंवाएं हैं. कहा कि झामुमो और इंडी गठबंधन की राजनीति पूरी तरह से परिवारवाद,भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण में आकंठ डूबी हुई है इसलिए तिरंगा यात्रा इन्हें बर्दाश्त नहीं. कहा कि राज्य की जनता नमाज कक्ष, विद्यालयों में प्रार्थना पद्धति बदलना, स्कूल के गेट को मीनार का रूप देना ,विद्यालय की छुट्टियों के दिन बदलना , कोरोना काल में भी तुष्टीकरण के आधार पर निर्णय लेना,बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण देना जैसी राजनीतिक नौटंकी को खूब जानती है. कहा कि अच्छा होता झामुमो संविधान से ऊपर शरिया को मानने वाले मंत्री हाफिजूल हसन को बर्खास्त कराता और अपने तुष्टीकरण की राजनीति केलिए जनता से माफी मांगता.