प्रमोद कुमार/न्यूज़11 भारत
बरवाडीह/डेस्क: दिसंबर 2024 में केंद्र सरकार की आर्थिक मामलों के मंत्रिमंडल समिति के द्वारा बरवाडीह रेलवे समेत देश के 85 केंद्रीय विद्यालयों के मंजूरी दी गई थी जहां बरवाडीह को छोड़ सत्र 2025 में पठन-पाठन शुरुआत कर दी गई. बरवाडीह में इस सत्र से केंद्रीय विद्यालय के नहीं शुरू होने से विद्यालय खुलने का इंतजार कर रहे छात्र और अभिभावकों में मायूसी और नाराजगी है. पूरे मामले को लेकर स्थानीय जिला परिषद की सदस्य संतोषी शेखर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री को पत्र लिखकर इस सत्र में केंद्रीय विद्यालय नहीं खुलना और लापरवाही बरतनी की शिकायत की है.
पत्र के माध्यम से संतोषी शेखर ने बताया है की केंद्रीय विद्यालय संगठन और रेलवे में सामंजस की कमी के साथ-साथ रेल अधिकारियों की लापरवाही के कारण इस सत्र में केंद्रीय विद्यालय नहीं खुला जिससे बच्चे और अभिभावकों में मायूसी हैं. संतोषी शेखर ने यह भी आरोप लगाया कि रेलवे के अधिकारियों ने लापरवाही बढ़ाते हुए समय पर अस्थाई भवन को खाली नहीं कराने के साथ उसे दुरुस्त करवा कर केंद्रीय विद्यालय संगठन को नहीं सौपा.
साथ ही साथ समंजन की कमी के कारण विद्यालय के लिए भवन की चयनित भूमि के ऑनलाइन लीज करने के नाम पर भी रेल अधिकारियों के द्वारा प्रक्रिया को धीमी करके रखा गया जबकि केंद्रीय विद्यालय संगठन लगातार विद्यालय इस सत्र में ही शुरू करने का प्रयास करती रही. मामले में संतोषी शेखर के द्वारा पूरे मामले में दोषी अधिकारियों को चिन्हित करके पर कार्रवाई करने के साथ आने वाले सत्र में पढ़ाई शुरुआत कराने की भी माँग प्रधानमंत्री और मानव संसाधन विकास मंत्री से की है.