न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क: भारतीय विमानन कम्पनियां बार-बार यह साबित करने पर क्यों तुली हुई हैं, उनकी सेवाएं लचर हो गयी हैं. ऐसी क्या विवशता है कि खास्ता हाल में भी विमानों का परिचालन किया जा रहा है और यात्रियों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है. 12 जून को एयर इंडिया का भीषण विमान हादसा, 19 जून को तेल की कमी के कारण इंडिगो विमान की बेंगलुरू एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग और ताजा घटना रविवार यानी आज की है. चेन्नई से एक विमान लंदन के लिए उड़ा था, विमान में 209 यात्री सवार थे, लेकिन लंदन पहुंचने से पहले उसे यू टर्न लेकर वापस चेन्नई लौटना पड़ा. क्योंकि विमान में MayDay का वही अलर्ट जारी हो गया था, जो विमान के साथ किसी अनहोनी के समय जारी होता है.
विमान के वापस लौट आने के बाद चेन्नई एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि सभी यात्री सुरक्षित हैं. विमान को ऑपरेशन से जुड़ी तकनीकी वजहों से वापस बुलाना पड़ा. बताया जा रहा है कि विमान की जांच की जा रही है. अधिकारियों ने यह भी बताया कि यात्रियों को दूसरे विमान से लंदन भेजे जाने की व्यवस्था की जा रही है.
विमान को वापस बुलाने का क्या थी वजह?
बताया जा रहा है कि विमान चेन्नई से लंदन के लिए उड़ा था. विमान में करीब 209 यात्री सवार थे. तभी विमान में तकनीकी खराबी की घोषणा कर दी गयी और विमान को वापस लौटने का निर्देश दे दिया गया. विमान में सवार यात्रियों को जब इसकी जानकारी मिली तो उनकी सांसें अटक गयीं. कई यात्री तो अनहोनी की आशंका से सीटों से चिपक गये. लेकिन जब विमान चेन्नई एयरपोर्ट पर सही सलामत उतरा तो यात्रियों ने राहत की सांस ली.
19 जून को इंडिगो फ्लाइट की करानी पड़ी थी इमरजेंसी लैंडिंग
12 जून को एयर इंडिया विमान के बड़े हादसे के बाद 19 जून को भी इंडिगो का एक विमान ऐसे ही हादसे का शिकार होने से बचा था. विमान जब गुवाहाटी से चेन्नई के रास्ते पर था. तब पायटल ने Fule MayDay का अलर्ट दे दिया. MayDay का अलर्ट सुनते ही यात्रियों के चेहरों से हवाइयां उड़ने लगीं. यात्री किसी अनहोनी की आंशका से डरकर कांपने लगे. विमान में ईंधन कम होने की सूचना देकर चेन्नई में विमान को उतारने का प्रयास किया गया, लेकिन उसे इजाजत नहीं मिली. इसके बाद विमान को बेंगलुरू ले जाया गया जहां उसकी सुरक्षित लैंडिंग करायी गयी. विमान की जब जांच की गयी तब पया गया कि विमान में ईंधन काफी कम बचा हुआ था. अब इसी से अन्दाजा लगाया जा सकता है कि विमान कम्पनी की ओर से कितनी बड़ी लापरवाही की गयी थी. बता दें कि इस विमान में 168 यात्री सवार थे.