न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क: 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को बड़ी सफलता मिली है. जांच एजेंसी ने हमले में शामिल लश्कर-ए-तैयबा के तीन हमलावरों की पहचान कर ली है. इतना ही नहीं, एनआईए ने इन हमलावरों के दो सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों ने हमले से पहले और बाद में भी इन आतंकियों को न सिर्फ छुपने में मदद की, बल्कि उनके लिए रसद भी पहुंचाने का काम किया. एनआईए ने जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है, उनकी पहचान परवेज अहमद जोथर और बशीर अहमद जोथर के रूप में हुई है.
आतंकियों के दोनों सहयोगियों की गिरफ्तारी के बाद जो जानकारी सामने आ रही है कि परवेज और बशीर ने हमले से जुड़ी अहम जानकारी देने के साथ आतंकियों की पहचान भी उजागर की है. उन्होंने यह भी बताया कि हमलावर न सिर्फ लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी है, बल्कि पाकिस्तान के नागरिक भी है. परवेज और बशीर ने उन सशस्त्र आतंकवादियों एक झोपड़ी में पनाह भी दी थी.
आतंकियों ने ले ली थी 26 पर्यटकों की जान
बता दें कि इसी साल 22 अप्रैल को पहलगाम में धार्मिक पहचान के आधार 26 पर्यटकों की जघन्य हत्या कर दी थी. बैसरन घाटी में हुए इस हमले में 16 अन्य पर्यटक गंभीर रूप से घायल भी हुए थे.
भारत ने इसी आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से सारे रिश्ते खत्म कर लिये थे. व्यापार पूरी तरह बंद कर पाकिस्तानी नागरिकों को तुरंत देश छोड़ने को कहा था. राजनयिकों को तत्काल देश छोड़ने के साथ ही सिंधु जल समझौता भी रद्द कर दिया था. इतना ही नहीं, भारत ने इसके बाद ऑपरेशन सिन्दूर चला कर पाकिस्तान के कई आतंकी और सैन्य ठिकानों पर हमले किये थे.