गौरब पाल/न्यूज़11 भारत
जमशेदपुर/डेस्क: इन दिनों बहरागोड़ा प्रखंड अंतर्गत बरसोल समेत विभिन्न गांव में लगातार गरमा धान की कटाई का कार्य जोरों पर है. आधुनिक कृषि यंत्रों जैसे हार्वेस्टर मशीन द्वारा कटाई हो रही है तथा कटे हुए धान की ढुलाई ट्रैक्टर-ट्रॉली से खेतों से मुख्य सड़कों तक की जा रही है. यह प्रक्रिया जहां एक ओर कृषि कार्य को सरल बना रही है, वहीं दूसरी ओर सड़क पर भारी मात्रा में खेत की गीली मिट्टी, गाद एवं अवशेष फैल जाने से आमजनों के लिए गंभीर संकट खड़ा कर रही है.मिट्टी से सनी सड़कें विशेष रूप से वर्षा के दौरान अत्यंत फिसलनयुक्त हो गई हैं.खासकर जग्गानाथपुर से कुमारडूबी पांच किलोमीटर सड़क कीचड़ से पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है. इस सड़क में गुरुवार शाम को बारिश होने के बाद शुक्रवार सुबह करीब आधा दर्जन से ऊपर बाइक और साईकिल चालक गिर कर जख्मी हो चुके हैं.कई महिलाएं गिर कर काफी चोटिल हो चुके है.
मशीन मालिक सड़क में फैले कीचड़ को सफाई करें या तो फाइन की भरवाई करें
ऐसी स्थिति में स्कूली बच्चों, वृद्धजनों, साइकिल चालकों, मोटरसाइकिल चालकों, दूध एवं सब्जी विक्रेताओं आदि को प्रतिदिन जीवन के जोखिम के बीच गुजरना पड़ रहा है. अगर धूप होती है तो इसमें काफी धूल भी उड़ती रहती है. ग्रामीणों का मांग है कि बहरागोड़ा प्रखंड प्रशासन भी मशीन मालिकों को बुलकर फैसला करें ताकि पश्चिम बंगाल के तर्ज पर झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस धान कटाई मशीन मालिकों के ऊपर सड़क गंदा करने के आरोप में कार्रवाई होनी चाहिए. कारवाई होने के डर से मशीन मालिक धान कटाई के साथ साथ सड़क में पड़े मिट्टी के टुकड़े को उसी समय हटा देंगें