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रांची/डेस्क: थाईलैंड की निलंबित प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनावात्रा एक बार फिर से सुर्खियों में हैं. गुरुवार को नए कैबिनेट के शपथ ग्रहण समारोह में उन्होंने संस्कृति मंत्री के तौर पर शपथ ली, हालांकि प्रधानमंत्री पद गंवाने के बावजूद वह सत्ता की राजनीति में सक्रिय बनी हुई हैं. पैटोंगटार्न, जिन्हें मंगलवार को प्रधानमंत्री पद से निलंबित कर दिया गया था, को अब थाई राजा ने संस्कृति मंत्री के पद पर नियुक्त किया है. यह पद थाईलैंड में सम्मानजनक तो है, लेकिन सीमित अधिकारों वाला है और इसमें रक्षा या विदेश नीति जैसे बड़े निर्णय नहीं होते.
यह कदम ऐसे समय पर आया है जब वह कंबोडियाई नेता हुन सेन से विवादास्पद फोन कॉल को लेकर एथिक्स जांच का सामना कर रही हैं. लीक हुई कॉल में पैटोंगटार्न ने थाई सेना के जनरल बून्सिन पड़क्लांग की आलोचना की और खुद को 'कंबोडिया का पीएम बनने योग्य' बताया. इस बातचीत ने थाईलैंड में राजनीतिक संकट को जन्म दिया और उनके पद पर संकट के बादल मंडराने लगे. पैटोंगटार्न शिनावात्रा, थाईलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा की छोटी बेटी हैं और थाई राजनीति में उनका प्रभाव लंबे समय से बना हुआ है. वे सत्तारूढ़ फेउ थाई पार्टी की नेता हैं और अगस्त 2024 से प्रधानमंत्री के रूप में कार्यरत रही हैं.