कक्षा 9 तथा 10 की परीक्षा देने जरीडीह के पथुरिया प्लस टू स्कूल में एस एस हाई स्कूल पहुंचे थे विद्यार्थी
कृपा शंकर/न्यूज 11 भारत
बोकारो/डेस्क: एक ओर झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जहां बोकारो के चंदनकियारी के चण्डीपुर में शिक्षा के क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियां गिना रहे थें. वहीं, दूसरी ओर झारखंड एकेडमिक काउंसिल रांची द्वारा कक्षा 9 तथा 10 के विद्यार्थियों के लिए आयोजित परीक्षा के पहले दिन परीक्षार्थियों को अव्यस्था का सामना करना पड़ा. मामला बोकारो जिला के जरीडीह प्रखंड से जुड़ा है. जरीडीह प्रखंड के टांड़ बालीडीह पंचायत क्षेत्र स्थित राज्य सम्पोषित उच्च विद्यालय में परीक्षा के पहले दिन ऊहापोह की स्थिति रही. जरीडीह प्रखंड के पाथुरिया प्लस टू स्कूल के विद्यार्थी परीक्षा देने टांड़ बालीडीह उच्च विद्यालय पहुंचे. लेकिन यहां पहुंचे सभी परीक्षार्थियों के बैठने की समुचित व्यवस्था उपलब्ध नहीं थी. इस केंद्र में कक्षा 9 तथा 10 के करीब 421 परीक्षार्थी की परीक्षा होनी थी. जबकि बैठने की समुचित व्यवस्था के अभाव में कक्षा 9 के करीब 100 विद्यार्थियों को 9:45 से करीब 11 साढ़े 11 बजे परीक्षा में शामिल होने के लिए इंतजार करना पड़ा. इस पर विद्यार्थियों के परिजनों नाराजगी जताई. स्कूल प्रबंधन को खरी-खोटी सुनाई. इसके बाद स्कूल प्रबंधन हरकत में आया.
ऑनलाइन फार्म भरने के फेर में विद्यार्थियों को हुई परेशानी
इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) जगरनाथ लोहरा ने बताया कि पाथुरिया प्लस टू स्कूल के कई विद्यालयों ने ऑनलाइन के बजाय ऑफ लाइन फार्म भरा था. इससे कारण परेशानी हुई. परीक्षा में ऑफलाइन फॉर्म भरने वाले विद्यार्थी भी परीक्षा में शामिल होने पहुंचे. जबकि व्यवस्था ऑनलाइन फार्म भरने वाले सभी परीक्षार्थियों के लिए समुचित व्यवस्था की गई थी. ऐसे में परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ गई. फिर चास स्टोर रूम से बाकी बचे परीक्षार्थियों के लिए संबंधित कागजात आदि की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई. सभी परीक्षार्थी अपनी परीक्षा में शामिल हुए.
ऑनलाइन एडमिट कार्ड लेकर पहुंचे परीक्षार्थियों के कार्ड में सेंटर का नाम नहीं था अंकित-
इधर, परीक्षा में शामिल होने पहुंची कक्षा 9 की बालिकाओं ने बताया कि कई विद्यार्थियों का ऑनलाइन फार्म नहीं भरा गया था. लेकिन हम सभी को हमारे स्कूल द्वारा ऑफलाइन एडमिट कार्ड जारी किया गया है. इस कार्ड में परीक्षा केंद्र का नाम नहीं है. कहा कि पाथुरिया प्लस टू स्कूल के प्रधानाचार्य के कहने पर ही सभी परीक्षार्थी इस परीक्षा केंद्र में पहुंचे. जबकि यहां परीक्षा में बैठने के लिए संबंधित सामग्री तथा बैठने की समुचित व्यवस्था ही नहीं है.