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रांची/डेस्क: झारखंड की राजनीति को गहरा झटका लगा हैं. आज झारखंड आंदोलन के प्रणेता और वरिष्ठ नेता शिबू सोरेन का निधन हो गया हैं. उन्होंने दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में अंतिम सांस ली. वे बीते कुछ समय से बीमार चल रहे थे और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. आज शाम गुरुजी का पार्थिव शरीर रांची आएगा. जिसके बाद कल उनके पैत्रिक गांव नेसरा में उनका अंतिम संस्कार होगा.उनके निधन पर झारखंड सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. इस दौरान कोई भी सरकारी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा. शोक की अवधि तक राष्ट्रीय झंडा आधा झंडा झुका रहेगा. साथ ही 4 और 5 अगस्त को सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे. शिबू सोरेन, जिन्हें पूरे झारखंड में ‘दिशोम गुरु’ के नाम से जाना जाता था, आदिवासी समाज की आवाज और झारखंड के निर्माता थे. उनके निधन की खबर से पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई हैं. राजनीतिक और सामाजिक संगठनों में मातम पसरा हुआ हैं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके निधन पर गहरा शोक जताया हैं. शिबू सोरेन न केवल झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक नेताओं में से एक थे, बल्कि उन्होंने केंद्र सरकार में भी मंत्री पद की जिम्मेदारी निभाई थी. उनका पूरा जीवन आदिवासी समाज के अधिकारों और झारखंड की पहचान के लिए संघर्ष में समर्पित रहा. उनके निधन को झारखंड की राजनीति के एक युग के अंत के तौर पर देखा जा रहा हैं.
CM हेमंत सोरेन ने दी जानकारी
PM मोदी ने जताया दुख
राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने जताया गहरा दुख व्यक्त
राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा "झारखंड के नहीं पूरे भारत के दलित आदिवासी के बड़े चेहरा थे और बहुत दिनों तक उन्होंने राजनीति की काफी अफसोस सब दुख है. मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं पूरे परिवार को मैं सांत्वना देता हूं और हेमंत सोरेन से मैं अभी बात करूंगा. उन्होंने कहा कि वह बहुत बड़े राजनीति के चेहरा थे निश्चित तौर पर यह बहुत अफसोस नाक खबर है." उन्होंने आगे कहा कि उसे परिवार से मेरा पारिवारिक संबंध था मुझे बहुत अफसोस है.
गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने जताया शोक
पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने जताया शोक
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जताया दुख
कई दिग्गज नेताओं ने जताया शोक