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रांची/डेस्क: झारखंड की राजधानी रांची में बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच लगातार तेज होती जा रही हैं. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने आज कारोबारी विनय सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया हैं. यह तीसरी बार है जब उन्हें ACB ने नोटिस भेजकर बुलाया हैं. इस बार पूछताछ का दायरा शराब घोटाले के साथ-साथ टेंडर आवंटन और जमीन म्यूटेशन जैसे गंभीर मामलों तक जा पहुंचा हैं.
जानकारी के अनुसार, स्किल डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत विनय सिंह को जो टेंडर मिला था, वो आईएएस अधिकारी विनय चौबे ने दिलवाया था. ये टेंडर एक बार में ही पांच वर्षों के लिए आवंटित कर दिया गया और कंपनी को 4 करोड़ रुपये की अग्रिम राशि का भुगतान भी कर दिया गया. उस वक्त रवि रंजन मिशन डायरेक्टर और अजय कुमार सचिव के पद पर थे.
ACB की जांच में यह भी सामने आया है कि जब विनय चौबे हजारीबाग के डीसी थे, तब उन्होंने विनय सिंह की पत्नी स्निग्धा सिंह के नाम पर जमीन का म्युटेशन करवाया था. आगे यह भी पाया गया कि जंगल और खास महल की जमीन गैर बिक्री सूची में शामिल थी. फिलहाल विनय सिंह अग्रिम जमानत पर है लेकिन ACB की पूछताछ उनके लिए मुश्किलें बढ़ा सकती हैं.