अमित दत्ता/न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: पंचपरगानिया भाषा साहित्य एवं कला परिषद के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को झारखंड के उच्च शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार से मुलाकात की. इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने JPSC विज्ञप्ति संख्या 04/2018 के तहत सहायक प्राध्यापक की नियुक्ति में हो रही अत्यधिक देरी पर चिंता जताई.
प्रतिनिधियों ने बताया कि बार-बार साक्षात्कार की तिथि घोषित करने के बाद भी उसे अपरिहार्य कारणों से स्थगित किया जा रहा है, जिससे उम्मीदवारों में भारी निराशा है. मंत्री सुदिव्य कुमार ने इस पर गंभीर चिंता जताई और आश्वासन दिया कि वे इस विषय में JPSC अध्यक्ष से शीघ्र वार्ता करेंगे.
प्रतिनिधिमंडल ने जानकारी दी कि 2 जुलाई 2025 को प्रमाणपत्र सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, लेकिन 8 जुलाई को निर्धारित साक्षात्कार एक बार फिर टाल दिया गया. प्रतिनिधियों ने बताया कि झारखंड के किसी भी विश्वविद्यालय या महाविद्यालय में पंचपरगानिया भाषा का एक भी नियमित प्राध्यापक नहीं है, जिससे न केवल पठन-पाठन बाधित हो रहा है, बल्कि शोध कार्य भी प्रभावित हो रहा है.
प्रतिनिधिमंडल में डॉ. अम्बिका स्वांसी, सत्य नारायण स्वांसी, जय प्रकाश उरांव, रामनाथ सेठ, सरत मांझी, हलधर अहीर, अरुण प्रमाणिक, दिवाकर पुरान, सत्यम कुमार एवं अभिलाल स्वांसी शामिल थे. मंत्री से मुलाकात के बाद प्रतिनिधियों ने उम्मीद जताई कि जल्द ही पंचपरगानिया भाषा के प्रति सरकार की संवेदनशीलता दिखाई देगी और लंबित नियुक्ति प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण किया जाए