अनंत/न्यूज़11भारत
बेरमो/डेस्क : कसमार प्रखंड के पोंडा पंचायत भवन में सहयोगिनी संस्था द्वारा विश्व सुरक्षित गर्भ समापन दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर पंचायत मुखिया हारु रजवार ने कहा कि असुरक्षित तरीके से गर्भ समापन नहीं किया जाना चाहिए. महिलाओं को अपने गर्भ का समापन करने का अधिकार है, लेकिन यह सरकार के दिशा-निर्देशों और स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में होना चाहिए. उन्होंने बताया कि इस संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व भर में सुरक्षित गर्भ समापन दिवस मनाया जाता है.
सहयोगिनी की सचिव कल्याणी सागर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सुरक्षित गर्भपात दिवस का उद्देश्य महिलाओं के यौन और प्रजनन स्वास्थ्य अधिकारों को मजबूत करना और उन्हें सुरक्षित गर्भपात की सुविधा प्रदान करना है. उन्होंने बताया कि भारत में गर्भपात की अनुमति 1971 के गर्भ का चिकित्सीय समापन अधिनियम के तहत दी जाती है, जिसमें बीस सप्ताह से कम की गर्भावस्था पर गर्भपात कानूनी रूप से मान्य है. बीस सप्ताह के बाद भी, यदि डॉक्टर महिला के जीवन को खतरे में मानते हैं, तो गर्भपात की अनुमति दी जा सकती है.
कार्यक्रम में सहयोगिनी की सदस्य सूर्यमुनि देवी, रिया हलधर, बेबी देवी, खीरी देवी, ममता देवी, नीतू मुर्मू, लक्ष्मी सोरेन, बबिता कुमारी, शीला देवी, सुरेश नायक, और गौतम सागर ने भी अपने विचार व्यक्त किए. कार्यक्रम का संचालन कुमारी किरण ने किया.
इस प्रकार के कार्यक्रम महिलाओं के यौन और प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और सुरक्षित गर्भ समापन के अधिकारों के प्रति समाज में समझ विकसित करने में सहायक होते हैं.