राज हल्दार/न्यूज11 भारत
खूंटी/डेस्क: खूंटी जिला में कम आयु की उम्र में विवाह करने और उम्र दराज होने के बाद विवाह करने से हो रही दिक्कतों को देखते हुए उससे बचाव और सुरक्षा के लिए मातृ एवं शिशु अस्पताल के प्रांगण में दंपत्तियों के बीच नियोजित परिवार सम्मेलन का आयोजन किया गया. भारत सरकार के द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत नियोजित परिवार सम्मेलन में बताया गया कि 18 वर्ष की आयु के बाद ही विवाह करनी चाहिए. वहीं युवकों की आयु कम से कम 21 वर्ष हो. खूंटी में नियत समय से पूर्व और कहीं अधिक उम्र के बाद विवाह किया जाता है इसका परिणाम है या तो फिर स्वास्थ्य खराब होगा अन्यथा जच्चा बच्चा सुपोषण में दिक्कतें आती है. जिसको देखते हुए भारत सरकार के स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के तहत लोगों को जानकारियाँ दी गई साथ ही लोगों को सम्मानित भी किया गया. सिविल सर्जन डॉ नागेश्वर मांझी ने उपाधीक्षक सदर अस्पताल डॉक्टर आनंद किशोर उराँव डीटीओ डॉक्टर नमिता टोप्पो की उपस्थिति में कार्यक्रम का द्वीप प्रचलित करके शुभारम्भ किया गया.

तत्पश्चात् विभिन्न प्रखंडों से आए आदर्श दंपति को फूल माला पहना कर एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया अपने संबोधन में सिविल सर्जन डॉ नागेश्वर मांझी ने कहां की परिवार नियोजन अपनाने से न सिर्फ प्रजनन स्वास्थ्य बेहतर होता है बल्कि मातृ मृत्यु दर में भी कमी आती है वहीं जिला नोडल पदाधिकारी परिवार नियोजन डॉ रजनी नीलम टोप्पो के द्वारा विभिन्न प्रखण्डों से आए आदर्श दम्पति को सम्मानित कर अन्य योग दंपतियों को परिवार नियोजन संबंधित लाभ लेने के लिए जागरूक करने को कहा उपाधीक्षक सदर अस्पताल डॉक्टर आनंद किशोर उरांव के द्वारा बताया गया कि परिवार नियोजन से ना सिर्फ बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण पाया जा सकता है बल्कि प्राकृतिक संसाधनों की भी रक्षा की जा सकती है उन्होंने अधिक से अधिक महिलाओं को स्थाई वीधि का लाभ लेने के लिए कहा कार्यक्रम में सभी प्रखंड के परिवार नियोजन बीटीटी, ग्रामीण बीटीटी, STT एवं सहिया को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया.

मौके पर जिला कार्यक्रम समन्वयक जिला डाटा प्रबंधक जिला लेखा प्रबंधक हेड क्लर्क सुनीता दास उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन काउंसलर निशांत झा के द्वारा किया गया. धन्यवाद ज्ञापन जिला कार्यक्रम प्रबंधक कानन बाला तिर्की के द्वारा किया गया.