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सिमडेगा/डेस्क: एसपी एम अर्शी के द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन रेड हंट की सफलता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लगभग चार दशक से फरार आरोपी को भी इस ऑपरेशन के तहत गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार दसों लाल वारंटी में सभी लगभग दशको से फरार चल रहे थे. सभी फरार वारंटियों को पकड़ने में पुलिस को काफी मेहनत करनी पड़ी है. जानकारी के अनुसार कई आरोपी तो अपनी पहचान छुपा कर रह रहे थे. पुलिस के पास आरोपियों के नाम के अलावा बहुत ज्यादा इनपुट भी नहीं थे, इसके बावजूद बेहतर प्रबंधन और कार्य कुशलता से पुलिस की टीम ने फरार वारंटी को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने ऑपरेशन रेड हंट में दस लाल वारंटी को किया गिरफ्तार
लाल वारंटियों को पकड़ने के लिए एसपी एम अर्शी ने अभियान चलाया है. एसपी एम अर्शी ने ऑपरेशन रेड हंट नाम से अभियान चलाते हुए वर्षों से फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. एसपी के मार्गर्दशन में विभिन्न थानों की पुलिस ने दस लाल वारंटी को गिरफ्तार किया है. बताया गया 15 अगस्त तक जिले में कुल 300 से ज्यादा लाल वारंटी चिन्हित किया गए थे. जिसमें 10 वारंटियों को गिरफ्तार करते हुए 12 मामलों का निष्पादन किया गया है. एसपी ने बताया कि ऑपरेशन रेड हंट जारी रहेगा.
38 वर्षों से फरार था अभियुक्त जोहन मुंडा
गिरफ्तार 10 लाल वारंटी में ओड़गा थाना का आरोपी जोहान मुंडा पिछले 38 वर्षों से फरार चल रहा था. जोहन पर डकैती का आरोप लगा था. इसी तरह बानो थाना का आरोपी जुनूल कंडुलना को 32 वर्षों से खोजा जा रहा था. महाबुआंग थाना का आरोपी पावल गुड़िया 29 वर्षों से फरार था. ठेठईटांगर थाना का आरोपी भीमसेंट लोहरा 23 वर्ष, जलडेगा थाना का आरोपी मो नौशाद खान और सदर थाना का आरोपी लिबनुस सोरेंग 21 वर्ष,बानो थाना का आरोपी मुकुंद महतो 17 वर्ष, सदर थाना का आरोपी अमित कुमार बाड़ा 14 वर्ष, जलडेगा थाना का आरोपी कुंदरू सिंह 13 वर्ष और सदर थाना का आरोपी असारु सिंह 12 वर्ष से फरार था.
बेड़ों में पहचान छुपा कर रह रहा था आरोपी मुकुंद महतो
बानो थाना क्षेत्र में रंगदारी एवं लूट के आरोपी मुकुंद महतो पिछले 17 वर्षों से फरार चल रहा था. मुकुंद बानो थाना क्षेत्र में घटना को अंजाम देने के बाद बानों से भाग कर बेड़ो में रहने लगा था. मुकुंद बेड़ों में अपनी पहचान छुपा कर रह रहा था, जिसे पकड़ने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. मुकुंद पर गुमला जिला के बसिया एवं कामडारा थाना में भी मामला दर्ज है.
सिमडेगा कॉलेज में हुई मारपीट की घटना में पुलिस को थी नौशाद की तलाश
वर्ष 1996 में सिमडेगा कॉलेज परिसर में हुई मारपीट की घटना में नौशाद खान आरोपी था. और पिछले 21 वर्षों से फरार चल रहा था. पुलिस ने नौशाद खान की गिरफ्तारी के लिए रांची में भी छापामारी की और रांची के डोरंडा थाना क्षेत्र से नौशाद को गिरफ्तार किया गया. इसी तरह 29 वर्षों से फरार चल रहे दुष्कर्म के आरोपी पावल गुड़िया को भी तुपुदाना थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है.