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रांची/डेस्क: देश के कई एयरपोर्ट की तर्ज पर आज से रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट (Birsa Munda Airport) पर भी फेसियल रिकग्निशन तकनीक (Facial recognition system) आधारित नई प्रणाली की शुरुआत हुई है. इसका शुभारंभ केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया. वहीं रांची समेत देश के 9 एयरपोर्ट पर इस सुविधा की शुरुआत हुई है. बता दें कि इसमें यात्रियों की पहचान उनके चेहरे से होगी. जिससे यात्री डिजि-यात्रा मोबाइल ऐप के जरिए एयरपोर्ट पर पेपरलेस एंट्री (Paperless entry at the airport) कर पाएंगे. एफआरटी तकनीक (FRT Technique) से सुरक्षा जांच और अन्य चेक प्वाइंट पर यात्रियों के यात्रा संबंधी डाटा खदु-ब-खुद प्रोसेस हो जाएगा.
ऐप में होगा यात्रियों का डाटा इनक्रिप्टेड
वहीं ऐप में यात्रियों का डाटा इनक्रिप्टेड (Data Encrypted) होगा. इसके लिए ब्लॉकचेन तकनीक (blockchain technology) का इस्तेमाल किया जाता है. यात्रियों का डाटा एयरपोर्ट (Data Airport) से 24 घंटे पहले साझा होगा और यात्रा पूरी होने के 24 घंटे में इसे एयरपोर्ट के सर्वरों से अनिवार्य रूप से हटा दिया जाएगा.
कैसे होगा डिजि-यात्रा ऐप का इस्तेमाल
1 बता दें कि इसमें यात्री को डिजि-यात्रा मोबाइल ऐप (Digi-Yatra Mobile App) पर अपना आधार कार्ड वेरिफिकेशन और फोटो अपलोड करना होगा.
2 यात्री को ऐप के जरिए ही बोर्डिंग पास (Boarding Pass) स्कैन करना होगा. यह जानकारियां एयरपोर्ट से साझा होंगी.
3 इसके बाद एयरपोर्ट के ई-गेट पर बोर्डिंग पास का बार-कोड स्कैन होगा.
4 यहीं एफआरटी (FRT) लगा होगा, जिसमें यात्री के चेहरे से पहचान व यात्रा के दस्तावेजों की पुष्टि होगी.
5 यात्री प्रक्रिया पूरी होने पर ई-गेट से हवाई अड्डे में प्रवेश कर सकेंगे.
6 वहीं यात्री को सुरक्षा जांच और विमान में चढ़ते समय सामान्य प्रक्रिया से भी गुजरना होगा.