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रांची/डेस्क: आज 12 मई को बुद्ध पूर्णिमा मनाई जा रही है, जिसे वैशाखी पूर्णिमा भी कहा जाता हैं. यह दिन बेहद पावन और शुभ माना जाता है क्योंकि इसी दिन भगवान बुद्ध का जन्म, ज्ञान की प्राप्ति और महापरिनिर्वाण हुआ था. साथ ही श्रीहरि विष्णु ने भी इसी दिन कच्छप अवतार लिया था. इसलिए यह तिथि बौद्ध और हिंदू दोनों धर्मों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं.
बुद्ध पूर्णिमा का विशेष महत्व
पंचांग के अनुसार, पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 11 मई शाम 6:55 बजे हुई थी और इसका समापन आज 12 मई शाम 7:22 बजे हो रहा हैं.उदयातिथि के आधार पर बुद्ध पूर्णिमा आज मनाई जा रही हैं. इस अवसर पर वरीयान योग, रवि योग और भद्रा योग जैसे शुभ संयोग बन रहे हैं, जिससे यह दिन और भी अधिक शुभफलदायी हो गया हैं.
ऐसे करें स्नान और दान
सुबह जल्दी उठकर स्नान से पहले संकल्प लें. पहले जल को सिर पर लगाएं फिर स्नान करें. स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य दें और पीपल पेड़ को जल अर्पित करें. फिर श्वेत वस्त्र धारण कर मंत्र जाप और दान करें. विशेष रूप से तिल, जल और सफेद वस्तुएं दान करने से चंद्र दोष दूर होते है और मन शांत होता हैं.
पूजन विधि और उपाय
- भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने से आर्थिक लाभ होता हैं.
- भगवान शिव की पूजा करने से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां दूर होती हैं.
- कुछ क्षेत्रों में आज शनी जयंती भी मनाई जा रही है, अंत: शनिदेव को तिल, दीप आदि अर्पित करें और शनि चालीसा या शनि मंत्रों का जाप करें.
बुद्ध पूर्णिमा मंत्र जाप
मन श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः"
"ॐ सोम सोमाय नमः"
"ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीवासुदेवाय नमः"
"नमः शिवाय"