न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क: लगता है कनाडा को यह बात समझ आ गयी है कि आतंकवाद उसके देश के लिए भी बड़ा खतरा है. कनाडा की खुफिया एजेंसी कैनेडियन सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विस (CSIS) की रिपोर्ट भी ऐसा ही कह रहा है. हैरत की बात यह है कि यह रिपोर्ट भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कनाडा में आयोजित जी7 समिट में शामिल होने और आतंकवाद पर कनाडा समेत कई देशों को आईना दिखाने के बाद आयी है. इस रिपोर्ट में साफ लिखा हुआ है कि खालिस्तानी कनाडा की धरती का इस्तेमाल भारत का विरोध करने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. आतंक और हिंसा फैलाने के लिए जो भी गतिविधियां की जा सकती हैं, खालिस्तानी कनाडा में रह कर वह सब कर रहे हैं.
ऐसी बात नहीं है कि खालिस्तानी कनाडा में क्या कर रहे हैं, उसकी सरकार को जानकारी नहीं थी. अभी कुछ दिनों पहले तक जब देश में जस्टिन ट्रूडो प्रधानमंत्री हुआ करते थे, तब उन्होंने खालिस्तानियों को जितना हो सका प्रश्रय दिया. अब जब मार्क कॉर्नी कनाडा के प्रधानमंत्री हैं और वह भारत से अपना सम्बंध सुधारने का प्रयास कर रहे हैं तो सच्चाई की परतें एक के बाद एक कर उतर रही हैं. अब तो कनाडा की जांच एजेंसी भी अपनी रिपोर्ट में स्वीकार कर रही है कि खालिस्तानियों ने आतंक का पूरा नेटवर्क उनके देश में फैला रखा है. इतना ही नहीं, यह भी खुलासा किया गया है कि खालिस्तानी कनाडा में ही स्वतंत्र राज्य बनाना चाहते हैं.
CSIS रिपोर्ट बताती है कि कनाडा में खालिस्तानी चरमपंथ एक छोटा गुट भर ही है. लेकिन बड़ी कारस्तानियां बड़ी हैं. वे बड़े कारनामों को अंजाम देने के प्रयास में लगे रहते हैं. याद होगा, 1985 में दिल्ली से बैंकुवर जा रहे एयर इंडिया के विमान कनिष्क को खालिस्तानी आतंकियों ने ही हवा में विस्फोट कर उड़ा दिया था. इस हादसे में 329 व्यक्ति मारे गये थे.
कनाडा में मोदी और मार्क कार्नी की मुलाकात का असर
समझा जा रहा है कि खालिस्तानी आतंकवाद को लेकर CSIS की जो रिपोर्ट आयी है. वह भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कॉर्नी की मुलाकात का असर है. कनाडा में दोनों राष्ट्राध्यक्षों की इस मुलाकात में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत के बीच आतंकवाद के खिलाफ साथ लड़ने पर सहमति बनी थी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी7 समिट में अपने सम्बोधन में आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों पर खूब हमला बोला था. उन्होंने आतंकवाद को किसी एक देश नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए खतरा बताया था और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया था.
बता दें कि भारत और कनाडा के रिश्ते सितंबर 2023 से ही खराब चल रहे हैं. जस्टिन ट्रूडो कनाडा के प्रधानमंत्री थे. जब ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हुई थी तब ट्रूडो सरकार ने उसकी हत्या में शामिल होने का आरोप भारत पर लगाया था.
यह भी पढ़ें: बाल-बाल बचा इंडिगो विमान! पक्षी से टकराने के बाद पायलट की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा
https://www.news11bharat.com/indigo-plane-narrowly-escapes-after-hitting-a-bird-a-major-accident-was-averted-due-to-the-pilot-s-presence-of-mind/national/news/67631.html