अशिस शास्त्री/न्यूज़11 भारत
सिमडेगा/डेस्क: मां भगवती की आराधना का पावन काल शारदीय नवरात्र आज से प्रारंभ होगा. इस मौके पर सिमडेगा में कलश स्थापित कर प्रथम स्वरूपा मां शैलपुत्री की पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जा रही हैं. साथ ही दुर्गा सप्तशति का पाठ वाचन भी आचार्यों द्वारा किया जा रहा हैं.
शारदीय नवरात्र के कलश स्थापना के साथ शुरू हुई वैदिक मंत्रों के उच्चारण से पूरा वातावरण अगले दस दिनों तक भक्ति रस में घुलता जाएगा. इस नवरात्र शहर के श्रीरामजानकी मंदिर, प्रिस चौक शक्ति स्थल, नीचे बाजार, गुलजार गली, झूलन सिंह चौक, कुंजनगर, सामटोली, पावर हाउस तथा गरजा में पूजन का आयोजन किया गया हैं. इसके अलावे अन्य मंदिरों एवं देवस्थलों में दुर्गा पाठ का अनुष्ठान किया जा रहा हैं.
प्रिंस चौक शक्ति स्थल के आचार्य श्याम सुन्दर मिश्र ने बताया कि इस वर्ष कलश स्थापना का अभिजित शुभ मुहूर्त कन्या लग्न में आज सिमडेगा समयानुसार सुबह 06:15 बजे किया गया. इसके बाद देवी का पूजन आरंभ हो गया हैं. उन्होंने बताया कि इस वर्ष दुर्गा मां का आगमन डोली पर हो रहा है, जिसका फल प्रजा विग्रह हैं. वहीं माता का गमन चरणायुद्ध पर है, जिसका फल शोक होता हैं. उन्होंने बताया कि नवरात्रि के दौरान स्थापित किए कलश में संसार की सभी शक्तियों का घट के स्वरूपर आह्वान कर उसे स्थापित किया जाता हैं. कलश स्थापना करने से घर की सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती हैं. नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना के बाद मां दुर्गा के शैलपुत्री रूप की पूजा की गई. उन्होंने बताया कि शारदीय नवरात्र में माता का आगमन अपने भक्तों के कष्टों को हरने के लिए होता हैं.