संदीप बरनवाल/न्यूज़11भारत
गावां/डेस्क: सरकार गरीबों को आवास योजना का लाभ देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री आवास, अबुआ आवास व अंबेडकर आवास योजना चला रही है परंतु अधिकारियों कर्मियों व जनप्रतिनिधियों की मनमानी के कारण इसका लाभ ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों को नहीं मिल पा रहा है. इसका ताजा उदाहरण गावां प्रखंड अंतर्गत ग़दर गांव में देखने को मिला है. यहां दो भाइयों मो ताज अंसारी एवं मो कादिर अंसारी का पूरा परिवार पिछले दस साल से मिट्टी के कच्चे मकान में रह रहा है. जिसकी हालत वर्षों से जर्जर थी. दोनों परिवार के लोगों ने कई बार मुखिया पंचायत सेवक से आवास योजना का लाभ दिलाने की मांग की. परंतु रिश्वत के पैसे देने के लिए नहीं होने के कारण इन्हें आवास नहीं मिल सका. मंगलवार को भारी बारिश के दौरान इस मिट्टी के मकान का आधा हिस्सा भरभरा कर गिर गया. वो तो अच्छा हुआ कि उस तरफ कोई था नहीं वरना बड़ी अनहोनी हो सकती थी. बता दें कि उक्त मिट्टी के मकान में मो ताज अंसारी के अलावा उसकी पत्नी तरन्नुम खातून 3 बेटियां तासिना खातून, लजिना खातून, व सफीना खातून एवं मो कादिर अंसारी की पत्नी हसीना खातून व इसके 3 बच्चे हाफीजा परवीन, नाफिजा परवीन व शकिबुल अंसारी रहते हैं. घर गिरने के कारण बड़ी समस्या हो गई है. मो ताज अंसारी ने बताया कि उनका परिवार वर्षों से इसी मिट्टी के घर मे रह रहा है कई बार मुखिया व पंचायत सेवक को बोले पर आवास नहीं मिला. पैसे की मांग की गई नहीं दे पाए इसलिए आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका. तर्रनुम खातून एवं हसीना खातून ने कहा कि घर गिर जाने के कारण बच्चों के साथ टूटे घर मे रहना पड़ रहा है. रात दिन डर के साये में रहते हैं आधा घर जो बचा हुआ है उससे भी पानी रिसते रहता है कभी भी पूरा घर गिर जाने का खतरा मंडरा रहा है.
इधर मुखिया अनिता देवी के पति दिनेशर यादव ने कहा कि सूची के अनुसार आवास दिया गया है. मुखिया द्वारा कोई पैसे की मांग नहीं कि गई है. इस बार इन लाभुकों को भी आवास मिल जाएगा.
इधर पंचायत सेवक पवन मंडल से पूछे जाने पर कहा कि प्रथम लिस्ट में इनका नाम नहीं था इसलिए नहीं मिला. पैसे की मांग के आरोप पर कहा कि पैसे की मांग नहीं की गई है उन्हें जानकारी नहीं है कि किसी को पैसा दिए हैं. कहा कि उन्होंने स्थल देख लिया है अंबेडकर आवास के लिए नामित किया जा रहा है
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