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रांची/डेस्क: कल्पना कीजिए, एक मां अपने खोए हुए बेटे को ढूंढने की उम्मीद में शहर का सबसे कीमती खजाना शंघाई का एक फ्लैट इनाम में देने को तैयार हो. 26 साल से अपने लापता बेटे की तलाश में भटक रही यह मां अब सोशल मीडिया के जरिए लोगों से गुहार लगा रही हैं. उसकी कहानी सिर्फ बेटे की तलाश की नहीं, बल्कि उस अटूट मातृत्व की है, जो समय, दर्द और निराशा के बावजूद कभी हार नहीं मानता.
क्या है पूरा मामला?
शंघाई की एक मां पिछले 26 सालों से अपने लापता बेटे की तलाश में हैं. अब उसने ऐलान किया है कि जो भी उसके बेटे को ढूंढ देगा, उसे वह शहर में अपना फ्लैट इनाम में देगी. 55 वर्षीय तांग वेइहुआ और उनके पति वांग जी का इकलौता बेटा वांग लेई साल 1999 में मात्र चार साल का था, तभी दुकान के एक कर्मचारी ने उसका अपहरण कर लिया. आज वांग लेई की उम्र करीब 30 साल है, लेकिन अब तक उसका कोई पता नहीं चला.
सोशल मीडिया पर की घोषणा
तांग ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वह बेटे की तलाश में मदद करने वाले को शंघाई का फ्लैट इनाम में देंगी. यहां प्रॉपर्टी की कीमतें लाखों में होती है, जिससे यह घोषणा लोगों का ध्यान खींच रही हैं. कई लोग ऑनलाइन उन चेहरों की तस्वीरें साझा कर रहे है, जो वांग लेई से मिलते-जुलते दिखते हैं.
अपहरण की कहानी
तांग का परिवार 90 के दशक में संपन्न माना जाता था. उनकी इलेक्ट्रॉनिक दुकान में काम करने वाले एक व्यक्ति लू ने ही वांग लेई का अपहरण किया. शुरुआत में उसने फोन कर पैसों की मांग की, लेकिन परिवार बेटे की तलाश में इतना व्यस्त था कि कॉल का जवाब नहीं दे सका. बाद में लू को गिरफ्तार किया गया और उसने गुनाह कबूल किया, मगर लड़के का ठिकाना कभी नहीं बताया.
आजीवन कारावास के बाद भी जारी खोज
लू को उम्रकैद की सजा हुई, लेकिन 2022 में अच्छे व्यवहार के चलते वह जेल से बाहर आ गया. तांग हर साल उससे और उसके परिवार से मिलती है ताकि बेटे के बारे में कोई सुराग मिल सके, हालांकि अब तक सारी कोशिशें बेकार रही हैं.
जिंदगी भर नहीं छोड़ेंगी तलाश
तांग अब तक बेटे की खोज में चार मिलियन युआन यानी करीब 560,000 अमेरिकी डॉलर खर्च कर चुकी हैं. उनका कहना है कि यह खोज उनकी आखिरी सांस तक जारी रहेगी.
चीन का पुनर्मिलन अभियान
चीन ने 2021 में तुआनयुआन अभियान शुरू किया, जिससे डीएनए परीक्षण के जरिए कई अपहृत बच्चों को परिवारों से मिलाया गया. सबसे चर्चित मामला सन हैयांग के बेटे का था, जिसे 14 साल बाद ढूंढ निकाला गया. अब तांग की जिद और उम्मीद लाखों लोगों को प्रेरित कर रही हैं.