संतोष कुमार /न्यूज़ 11भारत
पलामू /डेस्क: बेरोजगारी का आलम व घर की माली स्थिति की वजह से कई लोग घर से बाहर दूसरे राज्य में कमाने जाते हैं कई लोग तो सही सलामत वापस आते हैं, तो कई लोगों का पता तक नहीं चल पाता. कुछ ऐसा ही नजर पलामू जिले के लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के नौडीहा गांव की है. जंहा घर की आर्थिक स्थिति को देखते हुए एक लड़का अपने चाचा के गाज़ियाबाद कमाने गया था. लेकिन आज तक वापस नहीं लौट पाया और ना ही उसका कुछ पता चल पाया.
गुमशुदा हुए रोहित मंदिप जिसकी उम्र महज 16 वर्ष थी घर की माली स्थिति देखते हुए आपने चाचा के साथ कमाई करने 1फरवरी 2017 की रात अपने घर से निकाला था. लेकिन आज तक वापस नहीं आया उसकी मां उसके पिता ने अपने बेटे के बारे में ले जाने वाले ठेकेदार और चाचा से जब बातचीत की. उन लोगों ने नहीं बताया, तब थक हार के थाना में मामला दर्ज भी हुई आखिरकार पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार भी किया और कुछ महीने बाद कोर्ट से रिहा भी हो गया. लेकिन उस मां का बेटा का कोई अता-पता नहीं चल पाया.
वह मां आज भी अपने बेटे की फोटो लेकर दर-दर भटकते हुए नजर आ रही है. अधिकारी से लेकर नेता, मंत्री, मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक गुहार लगा रही है कि मेरे बेटे को कोई वापस ले आए. उसकी आंख के आंसू भी अब सूख चुके हैं. उम्मीद टूट चुकी है फिर भी मां की ममता आज भी अपने बच्चों को ढूंढ रही है. न्यूज़ 11 भारत से उस मां ने क्या कुछ कहा आप भी सुने, अपने घर पर बैठकर भी अपने बच्चों के आने की उम्मीद लगा बैठी मां आज भी उसकी आंखें अपने बच्चों की याद में खोई हुई रहती है. सबसे हैरान कर देने वाली बात है कि जो जानकारी मिली थी की लड़ाई गोतिया के साथ उसका अक्सर हुआ करता था और बात-बात में घर का चिराग बुझाने की धमकी भी दी जाती थी और आखिरकार उसके घर का इकलौता चिराग मंदिप आज सच में इस घर से गायब है. हालांकि इस मामले में पुलिस ने भी काफी खोजबीन की लेकिन मनदीप का कुछ अता पता नहीं चल पाया क्या आज भी मंदीप जिंदा है या फिर उसकी हत्या हो गई है.