पुलिस एवं वन विभाग की मिलीभगत से खुलेआम होती है सप्लाई, बिहार भेजी जाती है अवैध महुआ शराब
संदीप बरनवाल/न्यूज11 भारत
गावां/डेस्कः गावां प्रखण्ड के जंगलों में अवैध महुआ शराब की दो दर्जन से अधिक भट्ठियों का संचालन खुलेआम किया जा रहा हैं. शराब माफियाओं द्वारा इसके लिए झारखण्ड बिहार की सीमावर्ती जंगली इलाकों में भट्ठियां लगाई गई है, या यूं कहें कि जंगलों पर इन शराब माफियाओं का कब्जा हो गया हैं. यहां पहुंचने में चार पहिया वाहनों का आना-जाना थोड़ा मुश्किल होता है. यही कारण है कि इन शराब भट्ठियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कि जाती है.
इन इलाकों में होता है संचालन
गावां प्रखण्ड के गाढ़ीसांख,डूमरझारा, ककड़ियार, ओड़पोड़ो, सिजुआई, बरमसिया, राजोखार आदि इलाकों से सटे बीच जंगल में लगाया गया है. जहां दिन रात अवैध महुआ शराब की भट्ठियों में अवैध महुआ शराब की चुलाई की जाती है और उसे बाइक से जंगल के रास्ते ही बिहार में सप्लाई की जाती है. इतना ही नहीं राजोखार, बरमसिया एवं ओड़पोडो, एवं सिजुआई में तो घरों में भी बड़ी बड़ी भट्ठियां लगाई गई है.
जंगलों को उजाड़कर बनाई गई है भट्ठियां
महुआ की अवैध शराब भट्ठियों को बनाने के लिए बीच जंगल में बड़े-बड़े पेड़ो को काटकर समतल जमीन बना दिया गया है,और भट्ठियां लगाई गई है। साथ ही लकड़ियों की अंधाधुंध कटाई की जाती है और उस लकड़ी का उपयोग भट्ठियों में किया जाता है. शराब को नशीली बनाने के चक्कर मे खतरनाक गोली का प्रयोग भी किया जाता है जिससे शराब जहरीली भी बनती है कई बार तो इसके पीने से जान माल का भी नुकसान होता है. साथ ही जंगलों की बदस्तूर कटाई से पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है.
प्रशासन की मिलीभगत से चल रहा है खेल
इन अवैध महुआ शराब की भट्ठियों के संचालन की जानकारी स्थानीय पुलिस से लेकर वन विभाग एवं उत्पाद विभाग को भी है परंतु कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है जिससे विभाग की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता है. सूत्रों की माने तो शराब भट्ठी के संचालक इसके संचालन के एवज में पुलिस समेत वन विभाग के अधिकारियों को हर माह एक निश्चित रकम पहुंचाई जाती है। यही कारण है कि इन शराब भट्ठियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है.
छापेमारी के नाम पर होती है खानापूर्ति, चलता लुकाछिपी का खेल
कभी छापेमारी होती भी है तो पूर्ण रूपेण कार्रवाई नहीं होती है इस कारण शराब भट्ठि संचालकों का हौसला बुलंद रहता है छापेमारी जब होती है तो शराब माफिया कुछ ही दिनों बाद जगह बदलकर पुनः यह धंधा शुरू कर देते हैं।.यहां प्रशासन और माफिया के बीच लुकाछिपी का खेल चलता है.
बिहार के नवादा में दर्ज हैं कई मामले
कई बार गावां थाना क्षेत्र के डूमरझारा, राजोखार, गाढ़ीसांख आदि जगहों के लोगों को बिहार के नवादा जिले के कौआकोल थाना की पुलिस ने शराब के साथ रंगेहाथ पकड़ा भी, मामले भी दर्ज किए और जेल भी भेजा गया परंतु मोटी कमाई के लालच में ये शराब बेचने वाले शराब माफिया पुनः धंधा शुरू कर देते हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में पूछे जाने पर गावां के रेंजर अनिल कुमार ने कहा कि उन्हें भी इसकी सूचना मिली है बहुत जल्द इनलोगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इधर उत्पाद अवर निरीक्षक गिरिडीह रवि रंजन ने कहा कि सूचना उन्हें मिली है तो निश्चित रूप से इनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि जंगली क्षेत्र होने के कारण आवागमन में थोड़ी असुविधा होती है. परन्तु इन लोगों को बख्शा नहीं जाएगा बहुत जल्द इन भट्ठियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.