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बोकारो/डेस्क: बोकारो जिला के तेतुलिया मौजा स्थित 100 एकड़ से ज्यादा वन भूमि की फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से अवैध खरीद-बिक्री के मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपनी जांच शुरू कर दी है. ED ने इस मामले में ECIR 6/2025 दर्ज कर लिया है और मामले के मुख्य अभियुक्त इजहार हुसैन से जेल में पूछताछ की अनुमति भी मांगी है. इस मामले में पहले ED ने छापेमारी की थी, जिसके बाद यह केस PMLA कोर्ट में केस नंबर 6/2025 के तहत दर्ज किया गया है.
CID भी तेतुलिया की भूमि की खरीद-बिक्री से संबंधित जांच में शामिल
ED की जांच के बाद इस भूमि घोटाले से जुड़ी कई नई जानकारियाँ सामने आ सकती हैं. हाल ही में ED ने रांची और बोकारो में कई स्थानों पर छापेमारी भी की थी. वहीं, CID भी तेतुलिया की भूमि की खरीद-बिक्री से संबंधित जांच में शामिल हो गई है. CID ने बोकारो के सेक्टर-12 थाना में दर्ज कांड संख्या 32/2024 को टेकओवर कर जांच शुरू की है, और ED ने भी इसी मूल FIR को टेकओवर किया है.
भूमि गैरमजरुआ मालिक की श्रेणी में आती है
जांच के अनुसार, जिस भूमि से संबंधित मामले की ED ने जांच शुरू की है, उसका खतियान (भूमि रजिस्टर) में 'जंगल-साल' के रूप में दर्ज है, और यह भूमि गैरमजरुआ मालिक की श्रेणी में आती है. भूमि का खाता नंबर 59, थाना नंबर 38 और प्लॉट नंबर 426 व 450 है, जिसका कुल रकबा 100 एकड़ है.
CID ने इस भूमि की खरीद-बिक्री में शामिल कुछ व्यक्तियों को गिरफ्तार किया
इस भूमि पर पहले भी कानूनी लड़ाई लड़ी जा चुकी है. बोकारो जिला प्रशासन ने इस भूमि के मामले को लेकर हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक संघर्ष किया, लेकिन अब तक किसी भी अदालत ने प्रशासन के पक्ष में आदेश नहीं दिया. हाल ही में, CID ने इस भूमि की खरीद-बिक्री में शामिल कुछ व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. अब तक CID ने इजहार हुसैन और पुनीत अग्रवाल को गिरफ्तार किया है, जो इस घोटाले में प्रमुख आरोपी माने जा रहे हैं. इस मामले की जांच से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि यह जमीन घोटाला बड़े स्तर पर फैला हो सकता है, और ED के हस्तक्षेप के बाद इसमें और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं.