संतोष श्रीवास्तव /न्यूज़ 11भारत
पलामू /डेस्क:- आज, हूल दिवस के शुभ अवसर पर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के पलामू जिला अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (से) के पलामू जिला अध्यक्ष आशुतोष कुमार तिवारी ने एक संयुक्त कार्यक्रम का आयोजन किया. इस अवसर पर मेदिनीनगर के नवा टोली तालाब स्थित झारखंड के वीर योद्धाओं नीलांबर और पीतांबर की प्रतिमा स्थल की साफ-सफाई की गई.
वीरों को सच्ची श्रद्धांजलि
पूर्व से घोषित इस पावन बेला में, दोनों पार्टियों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मिलकर वीर योद्धाओं और झारखंड के सपूतों नीलांबर-पीतांबर को दूध से स्नान कराया और फिर फूल-मालाएं चढ़ाकर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की. यह सम्मान उन महान स्वतंत्रता सेनानियों को दिया गया जिन्होंने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से पहले ही अंग्रेजों के खिलाफ ज़बरदस्त क्रांति और आंदोलन छेड़ा था.
अनदेखी और उदासीनता पर रोष
इस अवसर पर नेताओं ने पलामू जिला प्रशासन, नगर निगम, झारखंड सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रति गहरा रोष व्यक्त किया. उनका आरोप था कि इन संस्थाओं और व्यक्तियों की अनदेखी और उदासीन रवैये के कारण वीर योद्धाओं के प्रतिमा स्थल पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है और इसकी सफाई का भी कोई ख्याल नहीं रखा जाता.
वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि झारखंड को अलग राज्य बनाने के लिए इन वीर योद्धाओं के नाम और उनकी वीर गाथाओं का भरपूर इस्तेमाल किया गया, लेकिन सत्ता में आने के बाद सत्ताधारी और सरकार सत्ता के मद में मदहोश हो गए हैं. ऐसे महान अवसर और वीर योद्धाओं की कुर्बानियों को नजरअंदाज कर उन्हें गंदगी के अंबार में छोड़ देना घोर अपमान है.
इसी अपमानजनक स्थिति को देखते हुए, दोनों पार्टियों ने संयुक्त रूप से यह अभियान चलाया. उनका उद्देश्य न केवल प्रतिमा स्थल की साफ-सफाई करना और श्रद्धांजलि अर्पित करना था, बल्कि प्रशासन और जनता का ध्यान इस महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल की उपेक्षा की ओर आकर्षित करना भी था.
इस अवसर पर विवेक कुमार सिंह, मुकेश पाठक, रजत पासवान, मोहम्मद अयान, मोहम्मद अमजद खान, चंदन भुईयां, संजय सिंह, वारिस आलम, नसीम अहमद, रंजीत भुईयां, मिथिलेश मिश्रा सहित अन्य कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
यह कार्यक्रम झारखंड के इन महान सपूतों के प्रति सम्मान और उनकी विरासत को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था, साथ ही प्रशासन को उनकी जिम्मेदारियों की याद दिलाने का एक प्रयास भी.